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जोधपुर की महिला साइकलिस्ट संध्या ने रचा इतिहास, 1850 किमी साइकिल चलाकर जीता खिताब

locationजोधपुरPublished: Feb 24, 2020 04:38:45 pm

Submitted by:

Harshwardhan bhati

संध्या ने 1850 किलोमीटर साइकिल चलाकर साइकिलिंग-2020 चैलेन्ज सीजन-2 अपने नाम किया। कोटा साइकिलिंग कम्युनिटी की और से आयोजित इस चैलेन्ज सीजन-2 में देश भर से करीब 300 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में रातानाड़ा निवासी संध्या भाटी ने महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

woman cyclist sandhya bhati won cycling challenge 2020 season 2

जोधपुर की महिला साइकलिस्ट संध्या ने रचा इतिहास, 1850 किमी साइकिल चलाकर जीता खिताब

जेके भाटी/जोधपुर. कौन कहता है कि महिलाएं पुरुषों से पीछे हैं। मन में कुछ बड़ा करने का जज्बा हो तो फिर परिस्थितियां चाहे कैसी भी हों मंजिल हासिल हो ही जाती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर की गृहणी संध्या भाटी ने। सर्द शाम और ठंडे दिनों की परवाह नहीं करते हुए जनवरी में संध्या ने 1850 किलोमीटर साइकिल चलाकर साइकिलिंग-2020 चैलेन्ज सीजन-2 अपने नाम किया। कोटा साइकिलिंग कम्युनिटी की और से आयोजित इस चैलेन्ज सीजन-2 में देश भर से करीब 300 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में रातानाड़ा निवासी संध्या भाटी ने महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं पुरुष वर्ग में शहर के सज्जन सिंह परिहार व डॉ तुकाराम गडेकर ने अपनी जीत दर्ज करवाई।
ऐसे बनाया कीर्तिमान
जोधपुर से तीनों प्रतिभागियों ने जनवरी माह में 26 बार 50 किलोमीटर और 5 बार 100 किलोमीटर से ज्यादा साइकिल चला कर अपनी जीत दर्ज करवाई। तीनों प्रतिभागियों ने 31 दिनों में 1850 किलोमीटर से ज्यादा साइकिल चला के कीर्तिमान स्थापित किया। इस प्रतियोगिता की मोनिटरिंग जीपीएस एप से की गई। ये तीनों बाइकिंग क्लब जोधपुर के सदस्य हैं। इस क्लब की और से प्रत्येक रविवार को ग्रुप साइकिलिंग करके लोगों को साइकिलिंग से स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए जागरूक किया रहा है। क्लब में 14 वर्ष से लेकर 60 वर्ष तक के महिलाएंए बच्चे और पुरुष सदस्य हैं।

23 वर्षों बाद फिर साइकिल बनी साथी
गृहिणी संध्या भाटी ने बाइकिंग क्लब से प्रेरित होकर शुरू में 5 से 10 किलोमीटर साइकिल चलाना प्रारम्भ किया। फिर निरंतर प्रयास और प्रेरणा से एक बार में अधिकतम 308 किलोमीटर साइकिल चलाने का सफर 15 घंटो में पूरा किया। संध्या ने दो बार जोधपुर से जैसलमेर और कई बार जोधपुर से ओसियां व नाकोड़ाजी तीर्थ तक साइकिलिंग की है। अब तक संध्या 9100 किमी साइकिल चला चुकी हैं। उन्होंने बताया कि शादी के बाद मेरी साइकिलिंग छूट गई थी। अब बच्चे बड़े होने पर वापस 23 वर्षों बाद एक बार फिर साइकिल को अपना साथी बना लिया है। मुझे साइकिल चलाता देख मेरी सहेलियां व आस-पड़ौस की महिलाएं भी साइकिल को अपना साथी बना रही हैं।

दो सौ किमी चलाई लगातार साइकिल
राजस्थान उच्च न्यायालय में सहायक रजिस्ट्रार सज्जनसिंह परिहार अब तक 8500 किलोमीटर साइकिल चला चुके हैं। उन्होंने एक ही बार में लगातार 200 किलोमीटर साइकिल चलाई हैं। परिहार ने बताया कि लगभग 2 वर्ष पूर्व बाइकिंग क्लब से जुडकऱ साइकिल की दुनिया में कदम रखा। जिससे साइकिल के नए आयामों को छूने का अवसर मिला और साइकिल से सम्बंधित कई नई जानकारियां भी मिली।
11000 किमी का कर चुके सफर
पेशे से चिकित्सक होने के नाते हमेशा अच्छे स्वास्थ्य को लेकर लोगों को प्रेरित करने वाले डॉ तुकाराम गडेकर ने साइकिल पर अब तक 11000 किलोमीटर का सफर तय किया है। उन्होंने बताया कि जोधपुर आने के बाद बाइकिंग क्लब से जुडने का मौका मिला और साइकिलिंग की शुरुआत की। ग्रुप के साथ कई बार पाली रोड़ स्थित ओम बन्ना और ओसियां तक साइकिल चलाई। साइकिलिंग की कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर विजयी भी रहे हैं। गडेकर ने साइकिल से एक बार में 212 किलोमीटर का सफर भी तय किया है।
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