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जोधपुर

Watch- विश्व फोटोग्राफी दिवस- अब हर हाथ में नजर आते है कैमरा

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3 years ago
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जोधपुर. आज फोटोग्राफी दिवस है। कैमरे का अविष्कार होने के बाद फोटोग्राफी ने भी कई बदलाव देखे हैं और आज स्थिति यह है कि हर हाथ में कैमरा है। डिजीटल फोटोग्राफी ने फोटो खींचने और प्रस्तुत करने के तरीके भी बदल दिए हैं। कभी भारीभरकम रील वाले कैमरे और स्टूडियो की चकाचौंध होती थी, लेकिन अब डिजीटल डीएसएलआर कैमरों से लेकर मोबाइल तक में पॉवरफुल कैमरों ने हर हाथ को फोटोग्राफी का हुनर थमा दिया है। लोग न सिर्फ आसानी से फोटो खींच लेते हैं, बल्कि कुछ ही देर में फोटो आगे पहुंच भी जाती है। लोगों में फोटो खींचने का क्रेज मंदिरों तक पहुंचा नजर आता है, तभी तो ठाकुरजी के सामने भी सजाई जाती है फोटोग्राफी दिवस की झांकी। फोटो- जेके भाटी

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जोधपुर. आज फोटोग्राफी दिवस है। कैमरे का अविष्कार होने के बाद फोटोग्राफी ने भी कई बदलाव देखे हैं और आज स्थिति यह है कि हर हाथ में कैमरा है। डिजीटल फोटोग्राफी ने फोटो खींचने और प्रस्तुत करने के तरीके भी बदल दिए हैं। कभी भारीभरकम रील वाले कैमरे और स्टूडियो की चकाचौंध होती थी, लेकिन अब डिजीटल डीएसएलआर कैमरों से लेकर मोबाइल तक में पॉवरफुल कैमरों ने हर हाथ को फोटोग्राफी का हुनर थमा दिया है। लोग न सिर्फ आसानी से फोटो खींच लेते हैं, बल्कि कुछ ही देर में फोटो आगे पहुंच भी जाती है। लोगों में फोटो खींचने का क्रेज मंदिरों तक पहुंचा नजर आता है, तभी तो ठाकुरजी के सामने भी सजाई जाती है फोटोग्राफी दिवस की झांकी। फोटो- जेके भाटी

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जोधपुर. आज फोटोग्राफी दिवस है। कैमरे का अविष्कार होने के बाद फोटोग्राफी ने भी कई बदलाव देखे हैं और आज स्थिति यह है कि हर हाथ में कैमरा है। डिजीटल फोटोग्राफी ने फोटो खींचने और प्रस्तुत करने के तरीके भी बदल दिए हैं। कभी भारीभरकम रील वाले कैमरे और स्टूडियो की चकाचौंध होती थी, लेकिन अब डिजीटल डीएसएलआर कैमरों से लेकर मोबाइल तक में पॉवरफुल कैमरों ने हर हाथ को फोटोग्राफी का हुनर थमा दिया है। लोग न सिर्फ आसानी से फोटो खींच लेते हैं, बल्कि कुछ ही देर में फोटो आगे पहुंच भी जाती है। लोगों में फोटो खींचने का क्रेज मंदिरों तक पहुंचा नजर आता है, तभी तो ठाकुरजी के सामने भी सजाई जाती है फोटोग्राफी दिवस की झांकी। फोटो- जेके भाटी

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जोधपुर. आज फोटोग्राफी दिवस है। कैमरे का अविष्कार होने के बाद फोटोग्राफी ने भी कई बदलाव देखे हैं और आज स्थिति यह है कि हर हाथ में कैमरा है। डिजीटल फोटोग्राफी ने फोटो खींचने और प्रस्तुत करने के तरीके भी बदल दिए हैं। कभी भारीभरकम रील वाले कैमरे और स्टूडियो की चकाचौंध होती थी, लेकिन अब डिजीटल डीएसएलआर कैमरों से लेकर मोबाइल तक में पॉवरफुल कैमरों ने हर हाथ को फोटोग्राफी का हुनर थमा दिया है। लोग न सिर्फ आसानी से फोटो खींच लेते हैं, बल्कि कुछ ही देर में फोटो आगे पहुंच भी जाती है। लोगों में फोटो खींचने का क्रेज मंदिरों तक पहुंचा नजर आता है, तभी तो ठाकुरजी के सामने भी सजाई जाती है फोटोग्राफी दिवस की झांकी। फोटो- मनोज सैन

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जोधपुर. आज फोटोग्राफी दिवस है। कैमरे का अविष्कार होने के बाद फोटोग्राफी ने भी कई बदलाव देखे हैं और आज स्थिति यह है कि हर हाथ में कैमरा है। डिजीटल फोटोग्राफी ने फोटो खींचने और प्रस्तुत करने के तरीके भी बदल दिए हैं। कभी भारीभरकम रील वाले कैमरे और स्टूडियो की चकाचौंध होती थी, लेकिन अब डिजीटल डीएसएलआर कैमरों से लेकर मोबाइल तक में पॉवरफुल कैमरों ने हर हाथ को फोटोग्राफी का हुनर थमा दिया है। लोग न सिर्फ आसानी से फोटो खींच लेते हैं, बल्कि कुछ ही देर में फोटो आगे पहुंच भी जाती है। लोगों में फोटो खींचने का क्रेज मंदिरों तक पहुंचा नजर आता है, तभी तो ठाकुरजी के सामने भी सजाई जाती है फोटोग्राफी दिवस की झांकी। फोटो- एसके मुन्ना

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