पढ़ना नहीं सुनना है
12वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे एक विद्यार्थी ने बताया कि ऑनलाइन पढाई में हिंदी और अंग्रेजी दो ऐसे विषय हैं, जिसे पढ़ने की बजाय सुनकर ज्यादा अच्छे नंबर लाए जा सकते हैं। चूंकि इन दोनों विषयों में ज्यादातर प्रश्न कहानी में से होते हैं। जिसे याद करने के लिए रट्टा लगाने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में ऑनलाइन पढाई में अध्यापक एनसीईआरटी की किताब के हर अध्याय के अनुसार कहानी सुनाते हैं। जिसे पढ़ने से ज्यादा सुनकर बड़ी आसानी से याद किया जा सकता है।
12वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे एक विद्यार्थी ने बताया कि ऑनलाइन पढाई में हिंदी और अंग्रेजी दो ऐसे विषय हैं, जिसे पढ़ने की बजाय सुनकर ज्यादा अच्छे नंबर लाए जा सकते हैं। चूंकि इन दोनों विषयों में ज्यादातर प्रश्न कहानी में से होते हैं। जिसे याद करने के लिए रट्टा लगाने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में ऑनलाइन पढाई में अध्यापक एनसीईआरटी की किताब के हर अध्याय के अनुसार कहानी सुनाते हैं। जिसे पढ़ने से ज्यादा सुनकर बड़ी आसानी से याद किया जा सकता है।
एक ही विषय के लिए अनेक विकल्प
10वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे एक विद्यार्थी ने बताया कि स्कूल में हमें जो टीचर ऑफलाइन पढ़ाते थे वो भी आज ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। जिससे घर बैठे उनसे पढ़कर परीक्षा की तैयारी कर रहे है। वहीं कई बार किसी एक विषय में उनका पढ़ाया समझ में नहीं आने पर अनेक विकल्प यूट्यूब पर मिल जाते है। जिससे एक ही विषय को अलग-अलग टीचर से पढ़ने का अवसर मिलता है। ऐसे में आने वाले कुछ सालों में ऑनलाइन पढाई सबसे ऊपर होगी और ज्यादातर बच्चे इसी तरीके से पढ़ेंगे।
10वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे एक विद्यार्थी ने बताया कि स्कूल में हमें जो टीचर ऑफलाइन पढ़ाते थे वो भी आज ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। जिससे घर बैठे उनसे पढ़कर परीक्षा की तैयारी कर रहे है। वहीं कई बार किसी एक विषय में उनका पढ़ाया समझ में नहीं आने पर अनेक विकल्प यूट्यूब पर मिल जाते है। जिससे एक ही विषय को अलग-अलग टीचर से पढ़ने का अवसर मिलता है। ऐसे में आने वाले कुछ सालों में ऑनलाइन पढाई सबसे ऊपर होगी और ज्यादातर बच्चे इसी तरीके से पढ़ेंगे।