विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने किसानों से वादा किया कि अगर सरकार बनी तो कर्ज माफ होगा। कांग्रेस के वादा पर किसानों ने भरोसा करते हुए जिले के तीनों सीट कांग्रेस की झोली में डाल दी है। कांग्रेस की प्रचंड जीत पर किसानों में खुशी दिख रही है कि शासकीय दस्तावेज में डिफाल्टर की सूची से नाम कट जाएगा, कांग्रेस कर्ज माफ कर देगी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पक्ष में जनादेश को देखते हुए अफसर अब कर्जदार किसानों की सूची की गणना में जुट गए हैं। खसरा रकबा के साथ राशि की गणना की जा रही है।
कर्जमाफी को लेकर गुरुवार को पत्रिका टीम ने विभिन्न विभागों से किसानों के बारे में जानकारी एकत्र की। जिले के 60 हजार से अधिक किसानों पर 344 करोड़ 13 लाख रुपए का कर्ज बताया जा रहा है। सहकारिता विभाग के अफसरों ने बताया कि कर्जदार किसानों की दो तरह की सूची को तैयार हो रही है। 31 मार्च 2018 और 30 नवंबर 2018 तक कर्ज लेने वाले किसानों की गणना हो रही है। बस्तर संभाग के मिले आंकड़ों के अनुसार एक लाख 20 हजार 224 किसानों पर 31 मार्च तक 550 करोड़ के कर्जदार हैं और 30 नवंबर तक 680 करोड़ हो गया है। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों के कर्जमाफी का दावा किया है। किसानों का कर्ज कितनी राशि तक माफ किया जाएगा निर्धारित नहीं किया गया है।