जानकारी के अनुसार नगर पालिका कांकेर क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 9 की 24 वर्षिय युवती ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके भाई का दोस्त धनेलीकन्हार का सरपंच विरेन्द्र मारगिया (35) पिता शिवचरण को एक वर्ष से जानती है। उसके घर में विरेंद्र का अक्सर आना-जाना था। सरपंच उसे अपने घर भी ले जाता था। अक्टूबर 2018 में दस हजार रुपए का मोबाइल खरीदकर उसे गिफ्ट में दिया और शादी करने का वादा करने लगा। युवती की 18 फरवरी 2018 को सगाई हुई थी। सगाई के बाद सरपंच ने उसे अपने घर ले गया और आधी रात को अनाचार किया। काफी विरोध करने के बाद भी जबरदस्ती किया। दो दिनों बाद उसे उसकी बहन के घर छोड़ दिया। अप्रैल माह 2018 में युवती के दांत में दर्द हुआ, तब उसका भाई अस्पताल ले गया। अस्पताल बंद था, तो वह उसे अपने साथी सरपंच के घर छोड़ दिया। पीडि़ता ने बताया कि अप्रैल माह में भी सरपंच अपने घर में दुष्कर्म किया।
26 अप्रैल को उसका विवाह हुआ, इसके बाद वह अपने ससुराल में रह रही थी। कुछ दिनों पूर्व अचानक तबियत बिगडऩे पर उसके पति ने अस्पताल में जांच कराने के लिए ले गए, जहां जांच के दौरान पता चला की 7 हफ्ते का गर्भ है। इसकी जानकारी होने पर उसके पति ने मायके भेज दिया। इधर, मायके आने पर परिजनों ने आने का कारण पूछा तब विस्तार पूर्वक घटना की जानकारी दी। परिजन ने पूरी कहानी सुनने के बाद शनिवार को थाना पहुंचकर इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने सरपंच के खिलाफ जीरो में धारा 376, 506 के तहत मामला दर्ज किया है। युवती को पहले शादी करने का झांसा दिया था। अनाचार करने पर पीडि़ता ने उसकी पत्नी व अपने परिजनों को जानकारी देने की बात कही तो उसके द्वारा उसे जान से मारने की धमकी दिया था, वह सहम गई थी। डरा धमका कर अनाचार करने के कारण वह गर्भवती हो गई।
कोतवाली कांकेर के उपनिरीक्षक पुरुर्षोत्तम कुर्रे ने कहा कि अनाचार होने की शिकायत मिली है, जिसके आधार पर युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। चूकिं घटना कोरर थाना के होने के कारण जीरो में डायरी लिखकर मामला को भेजा जाएगा।