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जेल में बंद कैदियों को भी सिखाई वुडन आर्ट की बारीकियां, अब पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित होंगे बस्तर के कलाकार अजय मंडावी

locationकांकेरPublished: Jan 26, 2023 06:54:24 pm

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CG Desk

Artist Ajay Mandavi: कांकेर जिले के रहने वाले आदिवासी कलाकार अजय मंडावी(Artist Ajay Mandavi) का। उनका नाम इस वर्ष पद्मश्री(Padma Shri award) पाने वालों की सूची में शामिल है। अजय मंडावी बचपन से वुड़न आर्ट (काष्ठकला) का काम कर रहे हैं।

कलाकार अजय मंडावी

कलाकार अजय मंडावी

Artist Ajay Mandavi: छत्तीसगढ़ में स्थित बस्तर अपनी प्राकृतिक सम्पदाओं और सुंदरता के लिए काफी प्रसिद्द है। यहां के आदिवासियों का रहन-सहन, खान-पान का तरीका बाकी जगह के लोगों को काफी आकर्षित करता है। यही नहीं, यहां के लोग अपनी कलाओं में भी माहिर हैं।

बस्तर की कला और कलाकारों की कलाकृतियां विश्व प्रसिद्ध है। एक तरह जहां बस्तर में ऐ दिन नक्सली घटनाएं सुनने को मिलती रहती हैं तो वहीँ दूसरी और यहां के लोग अपनी कला को निखारने से तनिक पीछे नहीं हटते। इनकी यह मेहनत करने का जज्बा लोगों को प्रेरणा देता है। जेल में बंद नक्सलियों और कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश करने वाले कलाकार अजय मंडावी(Artist Ajay Mandavi) को पद्मश्री के सम्मान(Padma Shri award) से नवाजा जाएगा।

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हम बात कर रहे हैं कांकेर जिले के रहने वाले आदिवासी कलाकार अजय मंडावी(Artist Ajay Mandavi) का। उनका नाम इस वर्ष पद्मश्री(Padma Shri award) पाने वालों की सूची में शामिल है। अजय मंडावी बचपन से वुड़न आर्ट (काष्ठकला) का काम कर रहे हैं। अभी वर्तमान में अजय मंडावी जिला जेल कांकेर में बंद कैदियों को काष्ट कला का प्रशिक्षण देते हैं। अजय मंडावी अपनी कला के जरिए बहुत सी कलाकृतियां तैयार करने के साथ बाइबिल को भी उकेर चुके हैं।

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज
दरअसल, कांकेर जिले के अजय मंडावी(Artist Ajay Mandavi) को उनकी कला के लिए पुरस्कार (Padma Shri award) मिलने वाला है। उन्होंने अपनी कला के बल पर 40 फीट ऊंची और 22 फीट चौड़ी काष्ट पट्टिका पर वंदेमातरम की कृति बनाई है। जेल में बंद नक्सल कैदियों ने राष्ट्र भक्ति का संदेश देते हुए इस कार्य में उनका साथ दिया, जो गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है। अजय मंडावी ने इस कला को राष्ट्र के नाम समर्पित किया है।

कैदियों को भी सिखाई कला की बारीकियां
अजय मंडावी(Artist Ajay Mandavi) ने बताया कि लकड़ी पर कुरेदकर कलाकृति बनाना बिलकुल भी आसान नहीं है। पहले लकड़ी से एक एक अक्षर को आकार दिया जाता है फिर उसे काष्ट पट्टिका पर चिपकाया जाता है, यह बहुत ही कठिन काम है। अब वे इस कला को जेल में बंद कैदियों को पिछले 13-14 सालों से सिखा रहे है। जेल में बंद इन कैदियों में नक्सल मामले में बंद कैदी से लेकर अन्य मामलों में बंद कैदी भी शामिल है। अब तक उन्होंने कई कैदियों को इस कला की बारीकियां सिखाई हैं। राज्य सरकार ने उन्हें इस कला के क्षेत्र में साल 2006 में स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया है।

अब इन होनहार कलाकार अजय मंडावी(Artist Ajay Mandavi) को पद्मश्री(Padma Shri award) से सम्मानित किया जाने वाला है। उन्होंने बताया कि उन्हें यह पुरस्कार इस वर्ष 14 अगस्त को दिया जाएगा। इस पुरस्कार को पाने के लिए जब से उनका नाम आया है तब से ही वे बेहद खुश हैं।

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