इसी तरह से भानुप्रतापपुर में तीन फीसदी कम वोटिंग तो अंतागढ़ में चार फीसदी कल लोगों ने पिछले चुनाव के अपेक्षा वोट डालने मतदान केंद्र पर नहीं आए। हालांकि वोट की संख्या के आधार पर अधिक लोगों ने मतदान किया है। निर्वाचन पदाधिकारियों की कोशिश के बाद भी मतदान प्रतिशत में कमी दिखी है।
वोटिंग प्रतिशत में भी पूरी तरह से साफ आंकड़े अभी 24 घंटे बाद भी नहीं आ पाया है। छह अक्टूबर से आचार संहिता के साथ ही 2018 के विधानसभा चुनाव के लिए प्रथम चरण का बिगुल बज गया था। प्रथम चरण में 26 अक्टूबर को नामांकन वापसी के बाद से चुनावी मैदान में 24 प्रत्याशी थे।
12 नवंबर को हुए मतदान में पिछले चुनाव के अपेक्षा लगभग कांकेर विधानसभा में एक प्रतिशत मतदान कम हुआ है, भानुप्रतापपुर विधानसभा में तीन प्रतिशत से कम वोटिंग हुई है और अंतागढ़ विधानसभा मेें चार प्रतिशत कम वोटिंग बताया जा रहा है।