दुधावा चौकी से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बरकई निवासी जानकी बाई (42) अपने घर से करीब आधा किमी दूर ग्राम पंचायत सारवंडी के तालाब के पास छुई मिट्टी खदान में कुदाली से मिट्टी खोद रही थी। महिला का पति भी मिट्टी को साइकिल से लाने के लिए साथ गया था। खदान से कुछ मिट्टी खोदने के बाद आशूलाल अपनी साइकिल पर बांध रहा था उसी दौरान मिट्टी का टिला भसक गया।
महिला उसके चपेट में आ गई। महिला का कमर से ऊपरी भाग मिट्टी में दब गया। इसी खदान में पास में बरकई निवासी खुमेश्वरी (19) भी मिट्टी खोद रही थी, दोनों महिलाओं के दब जाने पर आशूलाल बचाने की काफी कोशिश किया। मिट्टी हटाकर किसी तरह दोनों महिलाओं को बाहर किया तब तक जानकी बाई की मौत हो चुकी थी।
दूसरी महिला बेहोश पड़ी थी। हादसा के बाद इसकी सूचना परिजनों को और आसपास के लोगों को दिया। छूई खदान में हादसा की सूचना पर गांव के उपसरपंच मनोज नाग, ग्राम पटेल प्रीतम नाग और राम कुमार नेताम मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को देने के साथ ही दोनों को प्राथमिक उपचार के लिए सारवंडी अस्पताल लाए। जहां डाक्टरों ने जानकी बाई को मृत घोषित कर दिया और खुमेश्वरी को बेहर इलाज के कोमलदेव जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि यह वाहन तत्काल लोगों को उपलब्ध हो जाए तो कुछ की जान बच सकती है। बार-बार फोन करने के बाद भी 108 वाहन समय पर नहीं आता है। ऐसे में लोगों को सुविधा नहीं मिल पाती है और गंभीर हालत में मौत हो जाती है। सारवंडी अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।