लॉकडाउन के चौथे दिन से ही इसका भयावह असर देखने को मिल रहा है। देश के ऐसे हजारों गरीब मजदूरों जो की रोजी रोटी की तलाश में अपना शहर गांव छोड़कर अन्य राज्यों में जाकर अपने परिवार की पूरी कर रहे थे। उन लोगों के सामने पलायन करने की मजबूरी सामने आ गई है। जिसके चलते कुछ गरीब 96 मजदूर उड़ीसा से नहरपुर मार्ग से होते हुए शनिवार को अपने-अपने घर राजस्थान आ रहे थे। जिसके आधार पर पुलिस ने उन लोगों को थाना से करीब 200 मीटर दूर नया आईटीआई रुकने की व्यवस्था कर जिला प्रशासन को सूचना दिया गया ,
मजदूरों ने बताया कि वे लोग बस 10 – 12 वर्षों से राजस्थान में रोजी-रोटी की तलाश में अपने परिवार को छोड़कर गर्मी के मौसम में 3 से 4 माह के लिए उड़ीसा जाते हैं और वहां जाकर को गुपचुप आइसक्रीम का व्यवसाय कर अपने परिवार का पालन पोषण करते और बारिश के मौसम में अपने घर लौट आते हैं। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी राजस्थान में करीब 95 पुरुष और एक महिला ओड़िसा कुछ दिन पहले गए था। वहां जाकर अपना व्यवसाय ंशुरु किए कि कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में आ गया और देखते ही देखते सैकड़ों लोगों को अपनी चपेट में लिया है।