पिता लोगों से हाथ जोड़ा और पांव भी पड़ा..
आपको बता दें कि ये मामला है कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक की है। जो जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है। अपाहिज पिता महारूराम ने बताया कि वह नदी पार टेकामेटा गांव का निवासी है। उसकी बेटी चिनको बाई (30) की पांच दिनों से बीमार है। हालत गंभीर होने पर गांव के लोगों से हाथ जोड़ा और पांव पड़ा कि मेरी बीमार बेटी को खाट के सहारे नदी पार करा दें। बीमार बेटी के पिता की फरियाद ग्रामीणों ने सुन ली।
बीमार बेटी बोली- हमारे गांव में नहीं जाती सड़क
शुक्रवार को बेटी को खाट पर रखकर करीब सात किमी पैदल चलने के बाद पखांजूर के करीब पहुंचे तो वहां से आटो की मदद लेकर अस्पताल में भर्ती करा पाया। बेटी की बीमारी से परेशान पिता ने बताया कि हमारे गांव तक बारिश के मौसम में पहुंचना कठिन है।
डॉक्टर बोले- बेटी की हालत गंभीर
इस समय बारिश कम हो रही थी और नदी में उफान कम होने के कारण किसी तरह से अस्पताल पहुंच गए हूं। मेरी बेटी की तबियत खराब है। पत्रिका टीम ने पखांजूर अस्पताल में भर्ती महिला के बारे में डाक्टरों से जानकारी ली तो डाक्टरों ने बताया कि हालत गंभीर है। इलाज चल रहा है, सुधार नहीं हुआ तो रायपुर के लिए रेफर कर दिया जाएगा।