हनुमान जी को मंगलवार के दिन चोला चढ़ाएं, साथ ही शुद्ध सिंदूर, शुद्ध घी, का प्रयोग करें। अगर शुद्ध घी न मिलें तो चमेली का तेल भी चढ़ाया जा सकता है। ध्यान दें कि जब तक पूजा खत्म नहीं हो जाती, चोला नहीं चढ़ जाता। तब तक हनुमान जी के सामने ज्योत जलती रहनी चाहिए। हनुमान जी को घर पर बने हुए प्रसाद का भोग लगाएं।
घर पर हनुमान जी का प्रसाद बनाने में समस्या हो तो, हनुमान जी को गुड़ चने का भी भोग लगा सकते है। हनुमान जी को चूरमा अधिक प्रिय है। हनुमान जी को घी से बनें चूरमें का भोग लगाने से हनुमान जी भक्तों की सभी समस्या को निवारण कर देते हैं। हनुमान जी को जल चढ़ाते वक्त ध्यान दें कि वह जल स्वच्छ हो।
हनुमान जी को अगर भक्त गंगा जल चढ़ाएं तो बजरंगी बली खुश होते हैं और भक्त की हर एक मनोकामना को पूरा करते है। पूजा के दौरान हनुमान जी को लाल इत्र व लाल फूल चढ़ाने चाहिए। हनुमान जी को मीठा (बिना तंबाकू वाले) चढ़ाने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। अच्छे से मुंह हाथ धोकर स्वच्छ होकर हनुमान के मंदिर में प्रवेश करना चाहिए। मंगलवार के दिन बंदरों को चना खिलाने से और झंडे का दान करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
अगर आप दुखों से पीड़ा से मुक्ति चाहते हैं, तो पीपल के पेड़ से 11 पत्ते तोड़ लें, और उसे पानी में धो लें। उसके बाद इस पत्ते पर कुमकुम और चंदन से श्रीराम लिखें। और श्रद्धा के साथ ये पत्ते हनुमान जी महाराज को चढ़ा दें।