पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम खरथा निवासी धनंजय नरेटी ने बताया कि वह खेती करता है। 11 जून को उसके मोबाइल पर पर काल आया और उधर से ठग ने बताया कि उसका मोबाइल नम्बर कौन बनेगा करोड़पति के लक्की ड्रा में चयन किया गया है। जिसमें 25 लाख का इनाम फंसा है। जिसके लिए आपको राणा प्रताप से बात करनी होगी। उसने ठग के बनाए अनुसार राणा प्रताप से बात किया तो उसने कहा, लक्की ड्रा का 25 लाख इनाम मिलना है। इस इनाम का पैसा पाने के लिए कुछ फरमेल्टी करनी होगी। आधार कार्ड, एक पासपोर्ट साइज का फोटो व नाम, पता बताना होगा।
रजिस्ट्रेशन के लिए 14000 रुपए पहले जमा करना होगा। उसके बाद खाते में पैसा चला जाएगा। उनकी बातों को सच मानकर व्हाट्सएप से अपना नाम पता और अपना एक पासपोर्ट साइज का फोटो एवं आधार कार्ड भेज दिया। कुछ देर बाद उसने अपना एकाउंट नम्बर भेजा। ग्राहक सेवा केन्द्र से जाकर 14000 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा कर दिया। कुछ देर बाद फिर से काल आया और बोला कि 7000 रुपए एग्रीमेन्ट के लिए भेजना है। उस राशि को भी जमा कर दिया। व्हाट्सएप पर फोटो लगा हुआ सर्टिफिकेट आया तो उस ठग के ऊपर विश्वास हो गया।
उधर से बोला कि जल्द ही 25 लाख मिल जाएगा। इसके बाद लगातार कई नम्बरों से फोन आने लगे और लक्की ड्रा का 25 लाख इनाम के बारे में बताने लगे। इन्कम टैक्स, सीआरडी टैक्स व अन्य प्रकार के टैक्स के नाम से अलग-अलग खातों में पैसा डालने के लिए बोलने लगे। उनके बताए गए खातों में पैसा जमा करता गया। जुलाई माह में फोन करके बताया कि अब उसकी किस्मत चमकने वाली है। कम्पनी ने ईमानदारी को देखते हुए इनाम की राशि को बढ़ाकर 90 लाख कर दिया है। टैक्स के लिए कुछ और पैसा जमा करना होगा, उसके बाद लगातार अलग-अलग 16 लोगों के खाता में कुल रकम 11,41,493 रुपए जमा करा दिए। चारामा पुलिस ने कहा, बार-बार लोगों को ऐसे फोन काल से सावधान रहने के लिए समझाइश दिया जा रहा फिर भी लालच में जमा पूंजी गंवा रहे हैं।
पत्नी का जेवर बेचा, माता-पिता व बहन दामाद से 9 लाख उधारी में लेकर गंवाया
किसान होने के कारण उसके पास ज्यादा पैसे नहीं था तो लालच में आकर अपने पिता शिवलाल नरेटी से 2 लाख, मां की मृत्यु के बाद मिले एक लाख, बहन सरोज कोड़ोपी से 4 लाख, दामाद सुभाष सोरी से 2 लाख, भाई रोशन नरेटी से 1 लाख, अपनी पत्नी का जेवरात बेचकर 1 लाख व मित्र सोमन ठाकुर से 10 हजार रुपए एवं स्वयं के पास रखे पैसा जमा करा दिया। उधर से बार-बार और पैसा जमा करने के लिए बोला जा रहा था। बावजूद पास पैसा नहीं आया तो उधर उल्टा पुलिस की धमकी दे रहे थे कि पुलिस पकड़कर ले जाएगी। इस बात की जानकारी क्षेत्र के जनपद सदस्य सत्तार खान को दी तो उन्होंने कहा कि यह सब फ्राड है। पैसा मिलने की बात फर्जी है। धोखाधड़ी का शिकार हो गए हो। इसके बाद मामला दर्ज रहा हूं।