इस घटना में चालक परिचालक को चोट भी आई है, मगर गाड़ी में लोड सैकड़ों की संख्या में मुर्गियों में आधी से ज्यादा मर गईं। घटना के बाद जिन्दा बची मुर्गियों को तो अलग कर दूसरे गाड़ी में डाल दिया गया। लेकिन मरी मुर्गियों वहीं पड़ी थी कि एक-एक कर लोग अपने साथ ले जाते गए और साथ ही अपने साथ औरों को भी बताते गए कि इस मार्ग से गुजरने वाले भी भीड़ को देख मुफ्त की मुर्गी लूटने में जुट गए।
पता चला कि अपने साथ मुर्गियां ले जाते गए जैसे ही यह खबर फैली और लोग भी इस घटना स्थल में पहुंच मरी मुर्गियों के ढेर में अपने लिए छांटते दिखे कुछ देर बाद आलम यह हो गया कि लोग दोनों हाथों से जितना हो सके मरी मुर्गियां ले जाते दिखे, कुछ थैला भर कर तो कुछ बोरियों में यहां तक कि बच्चों के भी हाथों में भी मरी मुर्गियां नजर आयीं। बाद में स्थिति यह हो गई कि मुर्गा खाने वाले शौकिनों ने पूरी मुर्गियां ही साफ कर दी। कुछ लोगों में दरियादिली भी दिखी कि अपने-अपने पड़ोसियों के लिए यह मुर्गियां ले जाते दिखे। वहीं पोल्ट्री व्यवसायी को भारी नुकसान होना बताया जा रहा है।