सौर सुजला योजना क्रियांवयित करने से किसानों को अब बिजली कि समस्या भी नहीं रह गई है। सौर सुजला योजना का मुख्य उद्देश्य रियायती दरों पर किसानों को सौर सिंचाई पंप प्रदान करके किसानों को सशक्त बनाना है। पहले किसानों कि खेती मानसून पर निर्भर होने के कारण काफी परेशान रहते थे। बारिश हुई तो ठीक और बारिश न हुई तो किसान फसल को लेकर बेहद परेशान होते थे। साथ ही क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या ने किसानों की कमर तोड़ रखी थी। लो वोल्टेज होने से किसान खेतो में फसलों को सिंचाई नहीं कर पाते थे। परन्तू अब सौर सूजला योजना से किसानों के चेहरे पर काफी रौनक देखने को मिल रही है।
बिजली की कोई चिंता नही है। इस योजना से न केवल किसान अपनी भूमि पर खेती करने के लिए अधिक सक्षम हो रहे हैं बल्कि इस योजना के तहत ग्रामीण किसान, क्षेत्र में कृषि और ग्रामीण विकास को मजबूत बनाने में भी मदद मिल रही है। सौर सुजला योजना के तहत सरकार क्रमश: 3-एचपी और 5-एचपी क्षमता वाले सौर ऊर्जा संचालित सिंचाई पंप किसानों को मुहैया करा रही है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा निर्मित एनीकेट, नदी, नालों एवं असाध्य कृषि पम्पों को उर्जीकृत करने से किसानों की माली हालात में सुधार हो रहा है।
बाजार में तीन एचपी सोलर पंप की लागत 3 लाख 25 हजार
बाजार में 3 एचपी सोलर पंप की लागत 3 लाख 25 हजार रुपए है। वह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति किसानों को 7 हजार में, पिछड़ा वर्ग के हितग्राहियों को 12 हजार में और सामान्य वर्ग के किसानों को 18 हजार रुपए में प्रदान किए जा रहे है। इसी प्रकार 5 एचपी सोलर पंप जिसकी लागत 4 लाख 25 हजार रुपए है। वह क्रमश: 10 हजार, 15 हजार और 20 हजार रुपए में प्रदान किए जा रहे है।
खेती के लिए इतनी बड़ी यह देश की पहली योजना है। यह योजना नि:शुल्क विद्युत प्रदाय योजना की सब्सिडी को नियंत्रित करने की दृष्टी से यह कदम कारगर साबित होगी। किसान गोलक बिस्वास, सुधीन अधिकारी, काशी गइन ने बताया कि शासन के यह योजना हम किसानों के लिए बरदान साबित हो रहा है। पहले लो-वोल्टेज के चलते पानी की कमी से फसल बर्बाद होती थी। वहीं शासन के इस योजना से हम किसानों को बहुत लाभ दायक सिद्ध हो रहा है। अच्छी फसल की पैदावार हो रहा है, जिसके लिए शासन को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।