जो हर साल अपैल माह में बीईओ, मंडल संयोजक और आश्रम छात्रवास अधीक्षक अधीक्षिका के द्वारा शिष्यावृति और चावल को गबन करने की मामले को उजागर कर रही है। इसी तरह दुर्गूकोंदल विकासखंड के आश्रम छात्रावास के बच्चे तीज त्यौहार, शीतकालीन में अवकाश पर घर जाते हैं और छुटियां खत्म होने पर चार पांच दिनों मे लौटते हैं, ऐसे छात्र छात्राओं के अनुपस्थित दिनों के चावल और शिष्यावृति राशि भी उपस्थिति दिखाकर अधीक्षक अधीक्षिका खा जाते हैं, जो जांच का विषय है।