छत्तीसगढ़ के कांकेर लोकसभा सीट पर वोटिंग खत्म हो गई है। इस चुनावी समर में यहां से 09 उम्मीदवार मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार मोहन मंडावी, कांग्रेस के बीरेश ठाकुर के बीच है। कांकेर में 2022 मतदान केंद्र बने। कांकेर में 33 बूथ नक्सल प्रभावित और संवेदनशील थे।यहाँ शाम पांच बजे तक कुल 72.37 प्रतिशत मतदान हुआ।
कांकेर लोकसभा सीट का इतिहास
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से एक कांकेर सीट अनूसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। आजादी के बाद 1952 से अब तक यहां कुल 16 चुनाव हुए। 1999 तक यह लोकसभा सीट मध्य प्रदेश के अंतर्गत आती थी। साल 2000 में मध्य प्रदेश के विभाजन के बाद बने छत्तीसगढ़ के अंतर्गत आने के बाद यहां से तीन लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। यहां मुख्य पार्टियों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर रही है। बीजेपी ने यहां से वर्तमान सांसद विक्रम देव उसेंडी का टिकट काटकर मोहन मंदावी को इस बार मैदान में उतारा है. बीजेपी के वरिष्ठ आदिवासी नेता सोहन पोटाई ने यहां से लगातार चार बार (1998- 2009) जीत हासिल की है। हालांकि, पोटाई को 2016 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया।