यह मामला कांकेर जिले का है। एसपी केएल ध्रुव ने बताया कि आरोपी धनश्याम साहू (55) पिता ढेलूराम साहू, गोपाल साहू (37) पिता धनश्याम साहू और सुरेश नेताम (46) पिता प्रेमसिंग नेताम निवासी सरोना ने 17 सितंबर को रात करीब 8:30 बजे कुल्हाड़ी से वार कर रमेश बघेल की हत्या कर दी थी। पुलिस के पड़ताल में खुलासा हुआ कि मृतक बार-बार धनश्याम की पत्नी को लेकर ताना मारता था कि उसका सुरेश नेताम के संबंध है।
आरोपी और मृतक दोनों की दुकान आसपास सरोना बाजार है। घटना के दिन धनश्याम साहू की दुकान पर मृतक रमेश खुद बीड़ी लेने गया था। धनश्याम को चिढ़ाकर मृतक अपनी अंडे की दुकान पर चला गया। इस बात से नाराज धनश्याम ने इसकी जानकारी अपने पुत्र गोपाल साहू को दी। उसी दिन पिता-पुत्र ने रमेश की हत्या करने ठान लिए। घटना को अंजाम देने के लिए पहले से आरोपी धनश्याम साहू शराब की बोतल लेकर अपने दोस्त सुरेश नेताम के घर के पास छुपा था। उधर, गोपाल प्रतीक्षा कर रहा था कि रमेश अपनी दुकान का कचरा फेंकने जाएगा तो हमला बोलेगा।
रात में जैसे ही रमेश कचरा फेंकने गया पीछे से दौडक़र गोपाल ने उसका मुंह दबा दिया और अपने पिता को आवाज दी। इस दौरान धनश्याम साहू ने रमेश के उपर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। कुल्हाड़ी से वार करने पर रमेश की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद साक्ष्य को छुपाने के लिए अपने दोस्त सुरेश के साथ मिलकर तीनों ने शव को दूसरे स्थान पर रख दिए। इस दौरान सुरेश ने अपने घर से पानी डालकर खून को बहा दिया और टंगिया, कपड़ा, बाल्टी को छुपा दिया। आरोपी पिता-पुत्र दोनों बाइक से फरार हो गए।
पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए सुरेश और गोपाल को पहले ही पकड़ ली थी। मुख्य आरोपी धनश्याम साहू को साईमुंडा गांव के पास से बिती रात गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में नरहरपुर प्रभारी मल्लीका बैनर्जी, कोतवाली निरी. नरेश दिवान, क्राइम ब्रांच प्रभारी उनि. विक्रांत सोन, प्रभारी साइबर सेल उनि. होमचंद नगारची, चौकी प्रभारी अखिलेश धीवर, उनि. दिनेश देशलहरे, प्रआर. अर्जन मरकाम, प्रेमसिंह, प्रदीप यादव, आरक्षक ओमप्रकाश, शक्ति सिंह, सचिन सोरी, यशवंत नेताम, श्रवण साहू, इमामुदीन कुरैशी ने योगदान था।