गोली मारने के बाद नक्सलियों ने उस पर चाकू से भी प्रहार किया और जंगल की तरफ भाग गए। गोली जवान के सिर में धंस गई, जिससे उसकी मौत हो गई। जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए अंतागढ़ भेजा गया जहां पर पोस्टमार्टम के बाद रविवार को उसके पार्थिव शरीर को गृहग्राम बड़ेतेवड़ा लाया गया।
जवान का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही परिजनों के सब्र का बांध फूट गया, रो रो कर उनका बुरा हाल है। गर्भवती पत्नी सदमें में है। माता पिता, भाई, बहन की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे। जवान को अंतिम विदाई देने के लिए जन सैलाब उमड़ा हुआ था। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
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पुलिस अधीक्षक बोले-नक्सलवाद किसी आतंकवाद से कम नहीं
पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने कहा कि नक्सली भले ही अपने आप को आम जनता व आदिवासियों का हितैषी बताते हैं लेकिन वे आतंकवाद से कम नहीं है। इसका जीता जागता उदाहरण शनिवार को उसेली मेला में देखने को मिला। जहां पर भारतीय सेना के जवान जो देश की सुरक्षा में तैनात था और छुट्टी में घर आए हुए था।
जिसका नक्सलियों से कोई लेना देना नहीं था, उसके बाद भी गोली मारकर हत्या कर दिया गया। नक्सलियों की कायराना हरकत है, जो इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। इस प्रकार की कोई घटना दोबारा ना हो इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। नक्सलियों को जवाब देंगे।
कलेक्टर बोलीं- हर संभव मदद किया जाएगा
कांकेर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कहा कि यह बेहद ही दुखद घटना है, भारतीय सेना के जवान की हत्या कर दी गई है। परिजन अभी सदमें में है, इतना बड़ा दुख उन लोगों के सामने आ गया है, जिसे सहन करने की शक्ति ईश्वर उनको दें। प्रशासन की तरफ से जो भी हो सकता है उनके परिजनों के लिए हर संभव मदद किया जाएगा।