पिता ने की बचाने की कोशिश तो कर दी पिटाई
ग्रामीणों के अनुसार नक्सलियों ने गांववालों को बुलाकर कथित जन अदालत लगाई। इसके बाद करीब 25-30 हथियारबंद नक्सली गेंदलाल जैन (34) के घऱ पहुंचे। उस वक़्त यह अपने परिवार वालों के साथ था। नक्सलियों की भनक लगते ही गेंदलाल जैन घर के अंदर भागने लगा। लेकिन नक्सलियों ने उसे घसीटे हुए बाहर लाया और धारदार हथियार से उस पर हमला करना शुरू कर दिया। इस दौरान पिता दयालुराम (55) अपने बेटे को बचाने की कोशिश की नक्सलियों के सामने काफी गिड़गिड़ाया लेकिन उसकी कोई सुनी तो उसे भी नक्सलियों ने बेदम पीटा। धारदार हथियार की वजह से गेंदलाल जैन की मौत हो गई। किसकोड़ो एरिया कमेटी के नक्सली मानू दुग्गा और सहदेव के साथ हथियारबंद नक्सलियों ने दयालुराम को भी पुलिस का साथ न देने का फरमान जारी करते हुए लाठी डंडे से बेदम ढंग से पीटा।
ग्रामीणों के अनुसार नक्सलियों ने गांववालों को बुलाकर कथित जन अदालत लगाई। इसके बाद करीब 25-30 हथियारबंद नक्सली गेंदलाल जैन (34) के घऱ पहुंचे। उस वक़्त यह अपने परिवार वालों के साथ था। नक्सलियों की भनक लगते ही गेंदलाल जैन घर के अंदर भागने लगा। लेकिन नक्सलियों ने उसे घसीटे हुए बाहर लाया और धारदार हथियार से उस पर हमला करना शुरू कर दिया। इस दौरान पिता दयालुराम (55) अपने बेटे को बचाने की कोशिश की नक्सलियों के सामने काफी गिड़गिड़ाया लेकिन उसकी कोई सुनी तो उसे भी नक्सलियों ने बेदम पीटा। धारदार हथियार की वजह से गेंदलाल जैन की मौत हो गई। किसकोड़ो एरिया कमेटी के नक्सली मानू दुग्गा और सहदेव के साथ हथियारबंद नक्सलियों ने दयालुराम को भी पुलिस का साथ न देने का फरमान जारी करते हुए लाठी डंडे से बेदम ढंग से पीटा।
नक्सलियों ने बैनर लगाकर दी चेतावनी
इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। गेंदलाल जैन इलाके में कमांडर जीप चलाकर जीवन यापन करता था। नक्सलियों ने गांव में बैनर लगाकर गेंदलाल जैन को पुलिस का मुखबिर बताया है। बैनर में नक्सलियों ने लिखा है कि पहले भी चेतावनी देने के बावजूद गेंदलाल पुलिस के लिए काम करता था। इससे पहले भी नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों को अगवा किये जाने और उनकी हत्या करने की खबरें आती रहीं हैं।
इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। गेंदलाल जैन इलाके में कमांडर जीप चलाकर जीवन यापन करता था। नक्सलियों ने गांव में बैनर लगाकर गेंदलाल जैन को पुलिस का मुखबिर बताया है। बैनर में नक्सलियों ने लिखा है कि पहले भी चेतावनी देने के बावजूद गेंदलाल पुलिस के लिए काम करता था। इससे पहले भी नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों को अगवा किये जाने और उनकी हत्या करने की खबरें आती रहीं हैं।