सोमवार की आधी रात करीब 25-30 की संख्या में हथियार बंद नक्सली कोयलीबेड़ा के जुंगड़ा गांव पहुंचे और श्यामनाथ आचला (28) पुत्र सुन्हरे आचला के घर को चारों तरफ से घेर लिया। नक्सलियों ने घर के अंदर रात में लेटे श्यामनाथ को परिवार वालों के सामने खींचकर गांव के बीच चौक पर ले गए और ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। रात को गांव के चौक में ग्रामीणों के साथ जन अदालत लगाते हुए नक्सलियों ने युवक को पुलिस का मुखबिर करार दिया और दोषी ठहराते हुए गांव से बाहर लेकर चले गए। गांव से कुछ ही दूरी पर नक्सलियों में डंडे से पीट-पीटकर युवक को अधमरा करने के बाद गला रेत कर हत्या कर दी और पत्र लिखकर शव के ऊपर पत्थर के टूकड़े से दबा दिया।
पत्र में नक्सलियों ने लिखा है, बाप-बेटे दोनों पुलिस की मुखबिरी करते थे। तीन-चार बार दोनों को समझाया गया था। बावजूद कैम्प में आना जाना और पुलिस को सूचना दे रहे थे, जो पुलिस की मुखबिरी करेगा उसके साथ इसी तरह का व्यवहार किया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि तीस से अधिक संख्या में वर्दीधारी नक्सली आए थे। सभी के हाथों में हथियार था। जन अदालत में डंडे से युवक को बीच-बीच में पीट रहे थे। युवक के परिजन माओवादियों के हाथपांव जोड़ते रहे पर नहीं सुने और जन अदालत में ही फैसला सुना दिया कि जो हमारी मुखबिरी करेगा उसे मौत के घाट उतारा जाएगा।