पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुरेश कुमार हुपेंडी (42) हिरनपाल का मूल निवासी है। वह बीती रात लमसेना गांव अपनी ससुराल मंगतु राम नुरेटी के घर आया था। वह अपनी ससुराल में परिवार के साथ शो रहा था। रात में करीब 30-35 की संख्या में माओवादी लमसेना गांव में पहुंच गए। मंगतुराम के घर को चारों तरफ से माओवादियों ने घेरकर सुरेश कुमार को पकडक़र बाहर ले आए। गांव से कुछ ही दूरी पर जन अदालत लगाकर ग्रामीण को पुलिस का मुखबिर बताते हुए जमकर पारपीट की और कुछ दूर पकड़ कर ले गए। जहां उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। ग्रामीणों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मुखबिरी करने की कोशिश किया तो उसकी भी हत्या कर दी जाएगी।
ग्रामीण की हत्या के बाद माओवादियों ने शव पर एक पाम्पलेट रख छोटे ईंट से दबा दिया और पास में एक पाम्पलेट रख दिया। पाम्पलेट में लिखा था कि पुलिस को जो मुखबिरी करेगा उसी के खिलाफ ऐसा ही व्यवहार किया जाएगा। ग्रामीण की हत्या के बाद माओवादियों ने पास में ही एक बैनर लगा दिया। जिस पर लिखा था कि मुखबिर नहीं बनना चाहिए। अपनी अंगुली से अपनी ही आंखें फोड़वाने की सरकारी साजिश को विफल करो। सरकारी सशस्त्र बल पुलिस, अर्ध सैनिक बलों और सेना में भर्ती न होवें। इज्जत से नौकरी देने की मांग करो। नौकरी मिलने तक सभी बेरोजगारों को न्यूनतम वेतन के बराबर का बेरोजगारी का भत्ता दिया जाए। बैनर में इस घटना की जिम्मेदारी किसकोड़ो एरिया कमेटी ने ली है। इस घटना के बाद से क्षेत्र में और दहशत बढ़ गई है। पुलिस बल माओगतिविधियों को देखते हुए सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है।
अंतागढ़ के एसडीओ पुपलेश कुमार ने बताया कि अंतागढ़ थाना क्षेत्र ग्राम लमसेना में बीती रात माओवादियों ने एक युवक की गला दबाकर कर दी है। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। शव को बरामद कर दिया गया। क्षेत्र में सर्चिंग बढ़ा दी गई है।