सामाजिक संगठन बोले-पार्किंग वसूली गलत
वाहन पाॢकंग के दौरान किसी मरीज के पास 10 रुपए नहीं होने पर वसूली करने वाले युवक मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। अस्पताल के गेट से लेकर पार्किंग स्थल तक कही भी बाइक खड़ा करने पर जबरन शुल्क वसूल किया जाता है। कभी-कभी तो परिजनों के संकट के समय भी पार्किंग वसूली करने वाले जबरन वाहन की चाबी छीन लेते हैं। ऐसे हालत काफी दिनों से बना हुआ है। बार-बार मरीजों की शिकायत के बाद भी न तो अस्पताल प्रबंधन पार्किंग वसूली को बंद कर रहा न किसी प्रकार की पहल हो रही है।
कर्मचारियों के लिए मुफ्त में है पार्किंग
जिला अस्पताल में सेवा देने वाले कर्मचारियों के लिए अलग से वाहन पार्किंग बनया गया है। बाहर से आने वालों के लिए अलग पार्किंग बनाया गया है। अस्पताल के कर्मचारियों से एक रुपए शुल्क भी वसूली नहीं होती है। जबकि अस्पताल में इलाज कराने वालों से जबरन 10-10 रुपए लिया जाता है। अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले को वाहन पार्किंग शुल्क भारी पड़ रहा है।