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मासूमों के हिस्से का खाना डकार गई यह अधीक्षिका, महीनों से चल रहा है गोलमाल

locationकांकेरPublished: Apr 09, 2018 04:33:55 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

अधीक्षिका द्वारा राशन दुकान से बच्चों के भोजन के लिए आबंटित चावल में हेरफेरी करने का मामला सामने आया है।

rice scam

दुर्गूकोंदल. कन्या आश्रम लोहत्तर की अधीक्षिका द्वारा राशन दुकान से बच्चों के भोजन के लिए आबंटित चावल में हेरफेरी करने का मामला सामने आया है। अफसरों का नियंत्रण नहीं होने पर अधीक्षिका का यहां नियम कानून चलता है। इसीलिए बच्चों के निवाला पर डाका डालकर चावल को बेचा जा रहा है। अधीक्षिका अपने निजी टैक्टर से चावल लादकर बेचने के लिए अपने निवास स्थान ले गई। शनिवार को भी अधीक्षिका राशन दुकान में अपने पति के साथ आश्रम का चावल लेने गई थी।


आश्रम का 12 बोरा चावल को दुकान से 100 मीटर दूर आश्रम ले जाना छोड़कर वह किराए के आवास में 200 मी. दूर पति के सहारे लादकर उठा ले गई। इसकी जानकारी लगी तो लोहत्तर जाकर आश्रम पड़ताल करने पर पता चला कि शनिवार को अधीक्षिक एक बोरा चावल आश्रम नहीं लाई है। तब संदेह होने पर अधीक्षिका से पूछताछ किया गया।

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सरपंच व पटेल ने किया पंचनामा
चावल हेरफेरी करने की शिकायत गांव के सरपंच और पटेल से की गई। सरपंच पटेल मौके पर पहुंचकर अधीक्षिका से पूछताछ किए, जिसमें चावल को घर ले जाना कबूल किया। अधीक्षिका सरपंच पटेल को भी बताया कि मिलिंग कराने 12 बोरा चावल घर ले आई हूं। सरपंच पटेल मौके पर किराए के मकान पर जाकर देखे तो 12 बोरा चावल ढका हुआ मिला। जिसका पंचनामा सरपंच और पटेल ने किया है। सरपंच भीखम देहारी, ग्राम पटेल कंवलसिंह दीवान ने कहा कि सरकार गरीब बच्चों के लिए आश्रम खोला है।

चावल मिलिंग नहीं कराती हैं अधीक्षिका
चावल गुपचुप तरीके से घर ले जाने के मामला उजागर होने के बाद लोहत्तर आश्रम की अधीक्षिक झूठ पे झूठ बोलती रही और कहती रही कि मिलिंग कराने के लिए घर ले गई हूं। जबकि आजतक चावल की मिलिंग नहीं कराई है, आश्रम में भी 20 बोरा चावल है। एक बोरा खुला हुआ है।

इससे साफ कर रसोइया खाना बनाते हैं, यदि अधीक्षिका मिलिंग कराती तो सबसे पहले पुराने चावल को मिलिंग कराती, पर नियत गबन करने का था, इसलिए आश्रम अधीक्षिका झूठ बोलती रही। गोंड़वाना समाज के ब्लाक उपाध्यक्ष रमेश गावड़े ने कहा कि चावल हेरफेरी करना गंभीर बात है, ये बड़ा खेल है, चावल छुपाने के मामले में केवल अधीक्षिका और दुर्गूकोंदल के अधिकारियों का सांठगांठ है, जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाये।
कन्या आश्रम लोहत्तर की अधीक्षिक जयंत्री ने कहा कि गबन के नियत से चावल नहीं ले गई हूं, मिलिंग कराने के लिए घर ले गई थी, जहां चाहो शिकायत कर लो। दो माह पहले बीईओ त्रिवेदी से पूछकर एक बोरा चावल खाने के लिए घर ले गई थी।
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