कुछ देर बाद महिला उठी और भागकर सडक़ पर पहुंची, जहां बस चालक को आवाज दी। महिला के पीठ से खून टपक रहा था। बस चालक ने घायल महिला को कोटलभट्ठी में छोड़ दिया। महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वन विभाग (Forest Department) ने बताया कि ग्राम बांगाबारी मावलीपारा निवासी कुमारी बाई मरकाम (३९) पति जग्गुराम शुक्रवार को सुबह करीब 9 बजे अपने घर से बेटी से मिलने के लिए कोसमी गांव पैदल जा रही थी। जंगल पार करते समय आरएफ क्रमांक 126 गढिय़ा देव के जंगल में पहुंची ही थी कि दो भालू अचानक आ गए। महिला ने दोनों भालुओं को देखकर वहीं सांस रोकर जमीन पर पेट के बल लेट गई। भालुओं ने महिला के पीठ पर पंजा मारे तो एक परत चमड़ी निकल गई। किसी प्रकार की हरकत नहीं आने पर भालुओं ने महिला को मरा समझ छोडक़र चले गए। गंभीर हालत में महिला जंगल में लेटी रही।
कुछ देर बाद भालू जंगल में चले गए तो किसी तरह से वह बाहर निकली और सडक़ पर एक बस चालक से मदद मांगी। गंभीर हालत में महिला को बस चालक ने कोटलभट्टी में छोड़ दिया। जहां वन प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कंवल सिंह नेताम ने महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंन्द्र बासनवाही मेेें भर्ती कराया और वन विभाग को जानकारी दी। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पांच सौ रुपए की त्वरित उपचार के लिए दिया।
महिला को प्राथमिक उपचार के बाद 108 की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर महिला का इलाज चल रहा है। जिला अस्पताल मेें वन विभाग के रेंजर एमएस रामटेके, बीटगार्ड सुखराम पोया और सहायक परिक्षेत्र अधिकारी रविंद्र कुमार नाग की टीम उपस्थित थी।