पुलिस के मुताबिक, दोनों को शक था कि बलराम शादी के लिए तैयार नहीं होगा। करीब एक महीने पहले दोनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची थी। थाना क्षेत्र के गांव गसीमपुर निवासी 28 वर्षीय बलराम यादव 15 सितंबर की सुबह छह बजे अपनी बहन को बाइक से दवा दिलाने जा रहा था। पूर्वनियोजित प्लान के तहत बहन ने रास्ते में भाई को रोका। तभी वहां उसका प्रेमी प्रदीप भी मौके पर आ गया। साथ में उसका दोस्त जेसीबी हेल्पर रामू भी था। सबने मिलकर बलराम की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपितों ने शव को गंग नहर में फेंक दिया और थोड़ी दूर जाकर बाइक भी नहर में फेंक दी। अकेले घर पहुंची किशोरी ने परिजनों को नई कहानी सुना डाली। बताया कि रास्ते में बलराम को दो युवक मिल गए थे। वह उनके साथ चला गया।
तहकीकात में जुटी पुलिस को युवक की बाइक नहर में पड़ी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने युवक की तलाश तेज कर दी थी। दूसरे दिन युवक का शव नहर में पड़ा मिला था। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू व बाइक को भी बरामद कर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।