गाड़ी से लिफ्ट मांग रही थीं शिक्षिकाएं सस्पेंड हुई शिक्षिकाओं में नजरापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापिका शैहला यासमीन, उच्च प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापिका अमिता कुमारी और पूनम त्रिवेदी शामिल हैं। ये तीनों शिक्षिकाएं बीएसए को शनिवार सुबह करीब 11.50 बजे तिर्वा-कन्नौज मार्ग पर खड़ी मिलीं, जब उनकी गाड़ी वहां से गुजर रही थी। बीएसए ने सड़क किनारे खड़ी तीन महिलाओं को वहां से गुजरते वाहनों से लिफ्ट मांगने का इशारा करते देखा। जिसके बाद बीएसए ने अपनी गाड़ी रुकवा दी।
बीएसए को सामने देख उड़ गए होश बीएसए दीपिका चतुर्वेदी को गाड़ी से उतरता देखकर शिक्षिकाओं के होश उड़ गए। तीनों महिला शिक्षिकाएं अपने मुंह पर कपड़ा बांधे हुए थीं। बीएसए ने गाड़ी से नीचे उतरकर तीनों शिक्षिकाओं से कपड़ा हटाने के लिए कहा।जैसे ही अपने मुंह पर बंधा हुआ कपड़ा हटाया, तो पता चला की यह तीनों शिक्षिकाएं हैं। जिसके बाद बीएसए ने तीनों शिक्षिकाओं से समय से पहले स्कूल छोड़ने का कारण पूछा। जिसपर तीनों शिक्षिकाएं हड़बड़ाने लगीं और कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। किसी ने कहा कि वह बाल गणना की ड्यूटी में जा रही थीं, तो किसी ने कहा कि वह स्कूल में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए अभिभावक से मिलने निकली हैं।
अटेंडेंस रजिस्टर किया जब्त तीनों शिक्षिकाओं के ऊटपटांग जवाब के बाद बीएसए ने तीनों का झूठ पकड़ लिया और गाड़ी उनके स्कूल की तरफ घुमवा दी। बीएसए की गाड़ी को स्कूल की तरफ जाता देख एक शिक्षिका ने अपने प्रधानाध्यापक को मैसेज कर मैनेज करने की बात कही। बीएसए ने नजरापुर प्राथमिक और नजरापुर जूनियर विद्यालय पहुंचकर इन तीनों शिक्षिकाओं का अटेंडेंस रजिस्टर जब्त कर लिया।
तीनों को किया गया सस्पेंड बीएसए ने बताया कि यह शिक्षिकाएं समय से पहले स्कूल छोड़कर घर जा रही थीं। स्कूल में इनकी तमाम लापरवाहियां सामने आने के बाद इन तीनों शिक्षिकाओं को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं नजरापुर प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापक मीरा के मुुताबिक यह शिक्षिका अक्सर समय से पहले विद्यालय से घर चली जाती हैं। उन्होंने कई बार इनको रोकने की कोशिश की लेकिन यह लोग नहीं मानीं। हालांकि बीएसए ने दोनों स्कूल के प्रधानाध्यापकों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है।