तीन घंटे देरी से शुरू हुआ कार्यक्रम
कन्नौज जिले के विकास भवन परिसर में जिला दिव्यांग जन सशक्तीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जनपद भर के 260 दिव्यांगों को सुबह नौ बजे बुलाया गया। दिव्यांग सुबह पंडाल में आकर बैठ गए लेकिन वितरण के लिए आने वालों के देर से आने पर भीषण गर्मी के चलते कार्यक्रम तीन घंटे देरी से शुरू हो सका। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत रहे। मुख्य अतिथि तिर्वा विधायक ने 205 दिव्यांगों को ट्राईसाइकिलें, पांच को कान की मशीन, 40 दिव्यांगों को वैशाखी और 10 दिव्यांगों को व्हीलचेयर दी गई।
छूटे हुए नांम सूची में कराये शामिल
इस दौरान मुख्य अतिथि ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबी को देखा और उनका प्रयास रहता है कि गरीबों को अधिक से अधिक योजना का लाभ मिल सके। प्रदेश सरकार भी इस पर किसी हद तक खरी उतरी है। जिला विकास अधिकारी एनबी सविता ने कहा कि सरकार की योजनाओं का दिव्यांग पूरा लाभ उठाएं कई योजनाएं चल रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर यदि किसी का नाम छूट गया है तो वह अपना नाम सूची में सही करवा सकते हैं।
शादी अनुदान की भी है योजना
जिला दिव्यांग जन अधिकारी तनुज त्रिपाठी ने कहा कि सरकार दिव्यांगों को हर संभव मदद दे रही है। उन्होंने कहा कि पहले पेंशन धारक दिव्यांगों की संख्या कम थी लेकिन अब एक हजार के करीब पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग से शादी करने पर शासन स्तर अनुदान दिए जाने की योजना चलाई जा रही है।
फिर भी नहीं आये मंत्री
कार्यक्रम में प्रदेश के विभागीय मंत्री राजभर को आना था। लेकिन वह नहीं आए। उनके जगह पर उनके प्रतिनिधि नवीन त्रिपाठी, उमेश बाजपेई और अजय भारती प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। बताया गया कि मंत्री की मंजूरी के इंतजार में ही वितरण कार्यक्रम कई दिनों से टल रहा था, फिर भी वह नहीं आ सके। इसकी काफी चर्चा रही।
ले गए ख़ुशी ख़ुशी और हो गए परेशान
दिव्यांगों को विकास भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में छिबरामऊ व गुरसहायगंज क्षेत्र के दिव्यांगों को जो ट्राईसाइकिलें वितरित की गई। उनमें से रवीश कुमार छिबरामऊ, पंकज छिबरामऊ और कृष्ण मुरारी की साइकिलें पंचर निकलीं। उनका ट्यूब फट गया। तो किसी का हैडिंल टेढ़ा होने से ट्राईसाइकिल पैदल लेकर जाने पड़ी।