उत्तर प्रदेश के कन्नौज के तिर्वा तहसील के डढ़ियन गांव में रहने वाली विधवा मीरा देवी के घर में 2 सांप दिखाई दिये। जिसके बाद मीरा देवी ने अपने पड़ोसियों को इसकी सूचना दी। सांप होने की सूचना से डरे ग्रामीणों ने कुछ सपेरों को बुला लिया। बीन बजाकर जब सपेरों ने सांपों को पकड़ना शुरु किया तो एक के बाद एक करके 18 छोटे बड़े सांप झोपड़ी से निकले। सपेरा महेशनाथ व सपेरा करननाथ की मानें तो यह पकड़े गए सांप, सांपों की सबसे जहरीली किंग कोबरा प्रजाति के हैं। वहीं पड़ोसी जबर लोधी ने बताया कि जबसे बरसात शुरु हुई है, तभी से मीरा देवी के घर में सांप लगातार निकल रहे हैं। फिर जब सांप ज्यादा निकलने लगे तो पास के ही सपेरों के गांव से सपेरों को बुलवाया गया।
जब सांप निकलना बंद हुए तो सपेरों ने बिल में और सांपों के होने के चलते झोपड़ी की खुदाई शुरु करवा दी। थोड़ा खोदे जाने पर देखा गया कि जमीन के अन्दर सांप के आधा सैंकड़ा से अधिक अण्डे दिखाई दिए। जब सपेरों ने उन्हें फोड़ा तो उनमें से जिन्दा सांप के बच्चे बाहर निकलने लगे और अण्डे तथा सांप होने की आशंका से मीरा देवी के घर की खुदाई जारी रखी गई। ग्रामीणों में चर्चा है कि जरुर यहां कोई खजाना होगा जिसकी रक्षा स्वयं नागदेव कर रहे हैं, तो वहीं घर की खुदाई होने के बाद महिला और उसके बच्चों पर रहने का संकट खड़ा हो गया है।