सूनसान जगह पर मारपीट कर बांधकर डाल देते थे दिल्ली में लक्जरी गाड़ियों की बुकिंग कर गाड़ी लूट की घटनाओं को अन्जाम देने वाले शातिर अरविंद, महिपाल, संतोष, अरूण, तेजपाल व मनीष को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, पुलिस की गिरफ्त में यह खड़े सभी शातिर लुटेरे है जो अपने शातिराना तरीके से फिल्मी स्टाइल में लोगों को पहले तो गुमराह करते और फिर मौका पाकर गाड़ी लूट कर फरार हो जाते थे। इस दौरान ड्राइवरों के पास से जो भी रूपया पैसा होता था उसको भी यह लोग लूट लेते थे और गाड़ी मालिक या ड्राइवर को किसी सूनसान जगह पर मारपीट कर बांधकर डाल देते थे, ऐसे ही वाहन लूट की घटनाओं को अन्जाम देने वाले इस गिरोह ने अब तक लगभग 20 गाड़ियों की लूट को बताया है। पुलिस ने इस गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस इनके अन्य साथियों की भी तलाश में जुटी है।
एसपी हरीश चंदर ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सर्विलांस टीम प्रभारी और छिबरामऊ कोतवाल संतोष कुमार व्यास तालग्राम रोड पर बहबलपुर चौकी के सामने चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान दो कारों को रोका गया। कार पर सवार अरविंद पाल पुत्र उदयवीर निवासी वीरपुर, थाना बिछवां, जिला मैनपुरी बताया। कड़ाई से पूछताछ पर उसने खुद को वाहन चोर गैंग का सरगना बताया। उसकी निशानदेही पर महिपाल, संतोष कुमार, अरुण कुमार, तेजपाल, मनीष प्रताप को पकड़ा गया। इनके कब्जे से चार लग्जरी कारें, तमंचा व कारतूस बरामद किया गया है। लुटेरों ने कन्नौज से ताबड़तोड़ आधा दर्जन कारें चुराई थीं।
सर्विलांस टीम को थे छकाते पकड़े गए वाहन लुटेरे सर्विलांस टीम प्रभारी से अक्सर खुद को पकड़ने को लेकर चुनौती देते थे। फोन और सर्विलांस टीम की कार निकलने पर खुद को बगल में होने का हवाला देकर पकड़ने को कहते थे।
प्रेमिकाओं के लिए बने लुटेरे गैंग के शातिर अरविंद और उसके दो साथी प्रेमिका के शौक पूरे करने को लेकर लुटेरे बन गए। इंटरमीडिएट करने के बाद से तीनों प्रेमिकाओं के शौक पूरे करने के लिए वाहन लूटने लगे। एक लग्जरी कार 40 से 50 हजार में बेच देते थे। अब तक दर्जनों कारें लूट चुके हैं।
ऑनलाइन कंपनियों से बुक कराते थे वाहन पकड़े गैंग के शातिर बदमाश पहले वाहनों को ऑनलाइन कंपनियों से बुक कराने के बाद लूटपाट करते थे। वाहन लूटने के बाद चालक को कुछ रुपये देकर बस या ट्रक पर बैठा देते थे।