कन्नौज और हरदोई के बीच जमीन विवाद को समाप्त कराने के लिए पैमाइश का काम शुरू हो गया है। इसके लिए दोनों ही जिलों के अधिकारियों को लगाया गया है। राजस्व की टीम दोनों जिलों की सीमाओं का निर्धारण नए सिरे करेंगी। अभी तक गंगा नदी को ही दोनों जिलों की सीमा माना जाता है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ अलग ही है। कन्नौज और हरदोई के 21 गांव विवादों में है।
दोनों जिलों के बीच के विवाद को समाप्त करने के लिए कन्नौज और हरदोई से अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। हरदोई जिले से एसडीएम बिलग्राम नारायण सिंह, डिप्टी कलेक्टर विजय सिंह को लगाया गया है। जबकि कन्नौज की तरफ से ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पवन कुमार मीणा, डिप्टी कलेक्टर राकेश कुमार त्यागी, तहसीलदार रामशंकर, भूपेंद्र विक्रम सिंह, विनीत सिंह आदि शामिल हैं।
कन्नौज के 10 और हरदोई के 11 गांव विवादित
नायब तहसीलदार कन्नौज सदर भूपेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि हरदोई और कन्नौज जिले की सीमा के गांव की पैमाइश हो रही है। दोनों जिलों के बीच 21 गांव का विवाद है। जिसमें कन्नौज की 10 और हरदोई की 11 जिले शामिल हैं। पैमाइश के दौरान दोनों जिलों के नक्शे का मिलान कराया जाएगा। सीमाएं तय करने के लिए कोऑर्डिनेटर बिंदु निर्धारित किए जाएंगे।
सीमा विवाद को खत्म करने में गंगा के घटते बढ़ते जलस्तर का भी योगदान है। इसके पहले भी कई बार दोनों जिले के अधिकारियों ने विवाद खत्म करने का प्रयास किया। पैमाइश की गई। लेकिन लगाए गए निशान बाढ़ और कटान में बह गए।
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गंगा नदी के तट पर बसे गांव में सकरी खुर्द, कटरी कलसानपुर, कटरी गदनपुर नरहा, दाईपुर, दुर्जनापुर, महादेवा खास, अब्दुलपुर सकरी, सिंहपुर कटरी मेहंदीपुर रायपुर लड़ैता, विछुइया, महाला, रायपुरनवाबाद आदि शामिल है।