कन्नौज के भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने कहाकि, दिल्ली में धरने पर बैठे मोदी विरोधी लोग
भाजपा सांसद का बड़ा बयान, अखिलेश यादव नॉन सीरियस, पिता की ताकत पर कर रह राजनीति
कन्नौज. कन्नौज में भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने बड़ा बयान दिया। भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने दिल्ली में कृषि बिल के विरोध में बैठे लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विरोधी लोग बताया। साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव को नान सीरियस बताते हुए पिता मुलायम सिंह यादव की ताकत पर विरासत की राजनीति करना बताया।
Year Ender 2020: यूपी की 10 प्रमुख शख्सियतें जिनका 2020 में हुआ निधनमोदी विरोधी लोग कर रहे किसान बिल का विरोध :- कन्नौज जिले के कस्बा ठठिया में ग्रामीणों के बीच भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने चौपाल में जहां एक ओर कृषि बिल को किसानों के लिए लाभकारी बताया तो वही विपक्षियों पर जमकर बरसे। मीडियाकर्मी द्वारा दिल्ली में किसानों के धरने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा- देखो ये तो मोदी विरोधी लोग हैं। ये जो किसानों के नाम पर किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे हैं यह वही लोग हैं जो थोड़े दिन पहले सीएए, उसके बाद 370 का विरोध कर रहे थे। राम मंदिर का विरोध करते हैं तो यह वही लोग हैं जो विरोध करते हैं।
मनरेगा मजदूरों के लिए खुशखबरी, योगी सरकार देगी पेंशन और आवास, बाकी 13 और तोहफे हैं लाजवाबमोदी ने आजतक कौन सा गलत काम किया :- सांसद सुब्रत पाठक ने सवाल पूछते हुए कहाकि, मोदी ने आजतक कौन सा ऐसा गलत काम किया। नरेंद्र मोदी का विरोध केवल इस बात से हो रहा है कि नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बनते हैं तो गंगाजी की आरती करते हैं। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक करते हैं। नरेंद्र मोदी 9 दिन व्रत नवदुर्गा में लौंग खाकर रहते हैं। इसलिए उनका विरोध होगा अगर इसलिए विरोध होगा तो जिनको विरोध करना है वह करते रहें।
देश की जनता नरेंद्र मोदी के साथ :- सांसद सुब्रत पाठक ने दम भर कर कहाकि, देश की जनता नरेंद्र मोदी के साथ है चुनाव में उनको बहुमत के साथ देश का प्रधानमंत्री बनाया गया है। अब हम लोग विरोध सहने वाले नहीं। यदि यह लोग आज जिस प्रकार से यह कानून को समाप्त करने के लिए बिचौलिए के हित में आंदोलन कर सकते हैं। तो हम लोग किसान हित के लिए आंदोलन में हिस्सा लेंगे। जैसे सीएए के ऊपर हम लोग निकल कर सड़कों पर आए थे। और सीएए का विरोध करने वालों को रास्ता दिखा दिया था। और उनसे बड़ा जनसमर्थन सड़कों के ऊपर सीएए के पक्ष में आया था। वह भी स्थिति याद रखिये।