स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गोवर्धन लाल कनौजिया का 107 साल की उम्र में निधन, पूरा जिला शोक में डूबा
-अंतिम इच्छा का हुआ पालन, राजकीय सम्मान के साथ इनके द्वारा बनाई के समाधि में
-जिला प्रशासन ने गार्ड ऑफ ऑनर संग दी अंतिम विदाई

कन्नौज. कन्नौज में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गोवर्धन लाल कनौजिया (107 वर्ष) का नववर्ष की पूर्व संध्या पर निधन हो गया। इसकी सूचना मिलने पर पूरा जिला शोक में डूब गया। प्रशासनिक अमले ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए भावभीनी विदाई दी।
14 महीने की जेल:- कन्नौज जिले के तिरवा कस्बा निवासी गोवर्धन लाल कनौजिया का गुरुवार शाम को निधन हो गया। इनकी उम्र लगभग 107 साल की थी। 30 अक्टूबर 1913 को जन्मे गोवर्धन लाल कनौजिया ने 1942 को महात्मा गांधी के आह्वान पर तिर्वा के तमोली मंदिर पर एक सभा बुलाई थी। जिसकी भनक ब्रिटिश शासन को लग गई थी। जिस को रोकने के लिए एक दरोगा पूरी टीम के साथ वहां पहुंचा तो उससे इन की नोकझोंक हो गई, और फिर उन्होंने उस दरोगा के साथ हाथापाई कर दी। जिसके चलते इनको 14 महीने की जेल भी हुई।
अंतिम इच्छा :- बताया जाता है कि जहां पर इनकी और दरोगा की झड़प हुई थी, उस जगह का नाम क्रांति चौराहा रखा गया। यह आज भी तिर्वा में क्रांति चौराहा के नाम से जाना जाता है। गोवर्धन लाल कनौजिया के बारे में एक बात और बताई जाती है कि इन्होंने आज से 10 साल पहले ही अपनी समाधि अपने खेत में बनवा रखी थी और इच्छा जाहिर की थी कि मरने के बाद हमें इसी समाधि में दफना दिया जाए। इनकी इसी इच्छा को देखते हुए जिला प्रशासन ने राजकीय सम्मान के साथ इनके द्वारा बनाई के समाधि में गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए इनको अंतिम विदाई दी।
अब पाइए अपने शहर ( Kannauj News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज