कन्नौज जिले के तिर्वा क्षेत्र के कनौली गांव से 108 नम्बर पर एम्बुलेंस कर्मचारी को सूचना मिली कि गांव में कोरोनावायरस से ग्रसित एक मरीज है, जिसकी सूचना एम्बुलेंसकर्मी ने राजकीय मेडिकल कालेज के मुख्य चिकित्साधीक्षक डाॅ दिलीप कुमार को दी। उस मरीज को 108 एम्बुलेंस द्वारा राजकीय मेडिकल कालेज में लाया गया। जहां उसका मेडिकल चेकअप कराया गया। डॉक्टरों ने पाया कि उसे तेज जुकाम के साथ नजला और बुखार था।
मरीज ने जब चिकित्सकों को बताया कि वह कोरोना के वायरस से प्रभावित है तो हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में चिकित्सकों ने मामले की जानकारी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार व सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह को दी। सीएमएस ने मरीज को कोरोना वायरस के लिए बनाए गए आईसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया। आधा दर्जन चिकित्सकों की टीम उसका उपचार करने पहुंची। सीएमएस ने उससे विस्तार से परिवारिक पृष्ठभूमि की जानकारी ली। पूछा कि उनका कोई रिश्तेदार विदेश में अथवा महानगरों से तो नहीं आया है। इस पर मरीज ने बताया कि उसे 15 दिनों से लगातार जुकाम, खांसी व बुखार है। गांव में झोलाछाप चिकित्सक से दवा ली। कोई फायदा नहीं हुआ। इसपर कई लोगों ने बताया कि उसे कोरोना हो गया है।
साहब, लोगों ने बताया कि कोरोना हो गया
सीएमएस का कहना है कि प्रारम्भिक जांच पड़ताल में कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई पड़े हैं। डाक्टरों को मानना है कि उसको फ्लू है, सांस में कोई तकलीफ नहीं है लेकिन कोरोनावायरस को लेकर इस संदिग्ध मरीज को देखते हुए डाक्टरों ने पूर्ण परीक्षण की जांच के बाद ही पुष्टि किये जाने की बात कही है। हालांकि, मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमएस ने उससे विस्तार से परिवारिक पृष्ठभूमि की जानकारी ली।
हालत में हुआ सुधार
खुद को कोरोना का मरीज बताने वाले युवक को राजकीय मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों की टीम ने आईसोलेशन वार्ड में पहुंचकर उसका चेकअप किया। इलाज से उसकी हालत में सुधार है। उसे अभी 14 दिनों तक आईसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। शुक्रवार को आधा दर्जन चिकित्सकों की टीम ने फिर से उसका परीक्षण किया। सीएमएस के मुताबिक उसके बलगम का परीक्षण कराने के लिए सैंपल पूणे की प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है। इलाज से उसकी हालत में सुधार हुआ है।