कन्नौज के जिला अस्पताल में प्रसूता के इलाज में बरती गई लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। इलाज में देरी के चलते एक प्रसूता की जान चली गई। मामले में छिबरामऊ क्षेत्र के रहने वाले रामरतन और उसकी मां अन्नपूर्णा की माने तो रेखा के पेट में रात में दर्द उठा था। जिसके बाद उसको लेकर छिबरामऊ के 100 सैया अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने उसको कन्नौज जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिसके बाद एंबुलेंस को कॉल करने के बाद बड़ी मुश्किल से घंटों देरी के बाद एंबुलेंस आई।
एंबुलेंस से लेकर जैसे ही रेखा को लेकर छिबरामऊ से निकले इसी बीच एम्बुलेंस में ही रेखा को प्रसव हो गया। जब रेखा को लेकर कन्नौज जिला अस्पताल पहुंचे तो स्टाफ नर्स ने उसको भर्ती तो कर लिया लेकिन वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। जिसकी वजह से इलाज में लापरवाही रही और तो और स्टाफ नर्स ने खून के लिए रुपयों की मांग की। घंटों बाद जब डॉक्टर आए और उन्होंने रेखा को देखा तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
इस मामले में सीएमएस उमेश चंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि एक महिला आई थी। जिसकी छिबरामऊ में डिलीवरी हो गई थी। बच्चा उसका अंडर वेट था। महिला को खून की कमी थी। डिलीवरी उसकी नॉर्मल हो गई थी। उसको भर्ती करा दिया गया था, बाद में पता चला कि उसके घर वालों ने रास्ते में ही उसे कुछ खिला दिया था जिससे उसको उल्टी हुई थी उसी में कुछ उसके गले में फंस गया था। जिससे उसकी मौत हो गई। स्टाफ नर्स ने डॉक्टर को नहीं बुलाया जिसमें उनकी लापरवाही है। इस पर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।