पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए राज्यमंत्री अर्चना पांडेय ने बयान दिया कि अखिलेश यादव के पास निशान साधने के अलावा अब रहा भी क्या है। हाल ही में हमारे उप मुख्यमंत्री ने कहा था कि कभी कभी ऐसा लगता है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव फ्रस्टेशन में आके ऐसी बात करते हैं। उन्होंने कहा अखिलेश सरकार में खनन विभाग ड्रग एडिक्ट हो गया था। अब सुधारने में समय लग रहा है, लेकिन ये मानिये की ये बीजेपी की सरकार है ये सुधार करके ही दम लेगी। उन्होंने तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम सफल बनाने का संकल्प दिलाया। राज्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार मिलकर देश को उन्नति के रास्ते पर ले जा रहे हैं। आशा बहुओं की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाया जाएगा।
वहीं अखिलेश यादव के करीबी नेता नवाब सिंह यादव ने अपनी तीखी प्रक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि जिले में आये दिन हो रहे अवैध खनन पर तो मंत्री जी लगाम नहीं लगा पा रही रही हैं। तो वहीं अवैध शराब की भट्टियां भी जगह जगह धधक रही हैं। जितना समय वह अनर्गल बयानबाजी में लगाती हैं उतने समय में इन चीजों पर अंकुश लगाए तो ज्यादा ठीक रहेगा।
कन्नौज के राजकीय मेडिकल कालेज में सम्मेलन में पहुंचीं खनन मंत्री अर्चना पांडेय की गाड़ी के सामने आशाओं ने आकर रास्ता रोक दिया। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों के रोंगटे खड़े हो गए। आशाओं को हटाने के लिए पुलिसकर्मी भी आगे बढ़े लेकिन आशाओं ने खनन मंत्री का घेराव कर दिया। वह नियमित नौकरी व राज्य कर्मियों की तरह वेतन की मांग कर रही थीं। राज्यमंत्री के समझाने पर सभी मान गईं और सम्मेलन में शामिल हुईं। मुख्य अतिथि खनन व आबकारी राज्यमंत्री अर्चना पांडेय जब पहुंचीं तो वेतन व नौकरी की मांग को लेकर आशा बहुओं ने उनका काफिला रोक लिया। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों के रोंगटे खड़े हो गए। आशाओं को हटाने के लिए पुलिसकर्मी भी आगे बढ़े लेकिन आशाओं ने खनन मंत्री का घेराव कर दिया।
अपनी वेतन की मांग को लेकर आशाओ ने मंत्री की गाड़ी आगे नही बढ़नी दी जिससे मजबूर होकर आशाओं की मांग को खनन मंत्री ने गाड़ी में ही बैठे बैठे सुना और 6 माह सरकार को होने की बात कहकर मांग पूरी किए जाने का आश्वाशन देते हुए आशाओं से पीछा छुड़ाया। आशाओं ने प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी भी की। आशाओं का कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी न हुई तो वह तोड़फोड़ करने को मजबूर होंगी। सरकार से वह अपने 18 हजार वेतन की मांग पर अड़ी रहेंगी।