कन्नौज सदर कोतवाली पुलिस ने दिव्यांग कारोबारी राशिद का शव वारसी कांप्लेक्स में लटका मिलने के मामले में शनिवार की रात फर्रुखाबाद के एक युवक को हिरासत में लिया है। उससे सीओ लक्ष्मी कांत गौतम व कोतवाली प्रभारी एके सिंह ने बंद कमरे में घंटों पूछताछ की है। इसके साथ ससुराल वालों से भी पूछताछ हो रही है। वरिष्ठ उप निरीक्षक गौरीशंकर वर्मा ने मृतक दिव्यांग कारोबारी के फोन की सीडीआर की जांच की।
पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। इससे सच जल्द सामने आ सकेगा। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अभी कुछ भी बताने से इन्कार किया है। प्रभारी निरीक्षक एके सिंह ने बताया कि जल्द घटना का पर्दाफाश होगा। हम आपको बताते चले कि 11 अक्टूबर को मीरा टोला निवासी स्वर्गीय अब्दुल वारसी के बेटे पच्चीस वर्षीय राशिद का लाखन तिराहे स्थित वारसी कांप्लेक्स में संदिग्ध हालातों में शव गिफ्ट शॉप के अंदर मिला था।
मौत का राज जानने के लिए सीडीआर भी खंगालने में जुटी पुलिस चार दिन पहले मीरा टोला निवासी राशिद का लाखन तिराहे स्थित वारसी कॉम्पलेक्स में संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था। मृतक के समीप इंजेक्शन समेत अन्य संदिग्ध चीजें बरामद हुई थीं। प्रभारी निरीक्षक एके सिंह की माने तो घटनास्थल पर मिली चीजों को लखनऊ लैब भेजा गया है। जल्द रिपोर्ट आ जाएगी। साथ में मृतक दिव्यांग की कॉल डिटेल जानने के लिए सीडीआर निकलवाई जा रही है।
इसमें यह पता चल जाएगा कि मृतक कब और कितनी देर किससे बात करता था। उससे दिव्यांग का क्या संबंध था। घटना से पहले उससे किसकी बात हुई थी या कोई मैसेज आया था। इन सभी बदुओं पर जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। इससे पहले भी पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज भी बारीकी से खंगाले हैं लेकिन कोई सुराग नहीं मिला है।