पहले मामले में नागरिकों की माने तो तकरीबन तीन दिन पहले किसी वाहन से कुछ लोग एक वृद्ध को छिबरामऊ शहर के तिराहा पार्क में छोड़ गए। लगभग 80 वर्ष की आयु की दहलीज पर पहुंच चुके वृद्ध की हालत खराब होने के कारण चलने फिरने में भी लाचार सड़क किनारे पड़ा रहा। लोग उसे जब कभी कुछ खाने को भी देते रहे। लेकिन इस बीच वृद्ध की हालत ज्यादा बिगड़ गई। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। बेहद लाचार वृद्ध की आवाज तक साफ नहीं निकल रही थी। पता पूछने पर कमालगंज बताया। इसके अलावा उसकी स्पष्ट आवाज समझ में नहीं आ रही है। पुलिस ने वृद्ध को एम्बुलेंस से स्वास्थ्य केन्द्र भेजा। प्राथमिक इलाज के बाद उसे हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
वहीं दूसरे मामले में कन्नौज जिले की सदर तहसील में एसडीएम शालिनी प्रभाकर के सामने एक ऐसा मामला आया जिसने इस अफसर को भी झकझोर कर रख दिया । आपको बतातें चले कि फिरोजपुर पटियन से बिटोली पत्नी बाबू राम एसडीएम शालिनी प्रभाकर के सामने पहुंचीं। आंख में आंसू व हाथ में प्रार्थना पत्र लिए बताया कि उसके तीन बेटे राम लखन, बालस्टर व गिरवर हैं। तीनों ने जमीन पर कब्जा कर लिया है। अब खाना पीना बंद करा घर से निकाल दिया है। इससे वह रहने व खाने के लिए मोहताज है। ऐसे बेटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। एसडीएम ने बिटोली को कार्रवाई का आश्वासन दिया।