पुलिस अधीक्षक हरीश चंदर की माने तो सर्विलांस टीम व विशुनगढ़ पुलिस टीम को कैरदा रोड पर अपराधियों के पहुंचने की सूचना मिली। छापा मारने पर संदिग्ध युवक ने भागने की कोशिश की पर पुलिस ने दौड़ाकर दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम नसरुद्दीन निवासी समदा नगरिया कला, थाना फतेहगंज पूर्वी बरेली बताया। वह गैंग बनाकर विभिन्न जिलों में गो तस्करी, चोरी, लूट की वारदातें अंजाम देता था।
कन्नौज के सौरिख थाने में उसके खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं, जबकि बरेली समेत अन्य जिलों में भी वारदातें कर चुका है। एसपी ने बताया कि दूसरे जिलों से उसके आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है। शातिर की कुर्की भी हो चुकी है। उसके गैंग में शामिल बरेली निवासी निसार व निघासन लखीमपुर खीरी के अतीक की तलाश पुलिस कर रही है। एसपी ने पकड़ने वाली पुलिस टीम को पांच हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की।
ऐसे बना इनामी
पकड़े गए नसरुद्दीन ने पुलिस कार्यालय में बताया कि वह साथियों के बहकावे में आकर जल्द रुपये कमाने के लालच में अपराधी बन गया। पहले छिटपुट चोरी करता था। कई वारदातें करने के बाद भी पकड़ा नहीं गया तो साहस बढ़ गया। धीरे धीरे बड़ी वारदातें करने लगा। पहली बार सौरिख में पड़ी डकैती में सर्विलांस के सहारे पकड़ा गया।
पकड़े गए नसरुद्दीन ने पुलिस कार्यालय में बताया कि वह साथियों के बहकावे में आकर जल्द रुपये कमाने के लालच में अपराधी बन गया। पहले छिटपुट चोरी करता था। कई वारदातें करने के बाद भी पकड़ा नहीं गया तो साहस बढ़ गया। धीरे धीरे बड़ी वारदातें करने लगा। पहली बार सौरिख में पड़ी डकैती में सर्विलांस के सहारे पकड़ा गया।
आपराधिक जीवन से अफसोस शातिर अपराधी को अब आपराधिक जीवन से अफसोस भी है। बताया कि अपराध करने के दौरान उसे जब जेल जाना पड़ा तो मन में सुधरने की इच्छा हुई। बाहर निकलने पर शादी कर ली। इसी बीच पत्नी की तबीयत खराब हुई तो रुपयों की जरूरत में फिर से एक साथी संग चला गया।
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