जाम को दूर करने के लिए रिंग रोड का भी प्रस्ताव रखा गया। बताया गया कि आउटर रिंग रोड एनएचएआई और इनर रिंग रोड पीडब्ल्यूडी तैयार करेगा। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ने बताया कि जाजमऊ से पनकी, पनकी से कल्याणपुर और कल्याणपुर से वीआईपी रोड होते हुए कैंट तक रिंग रोड का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। आउटर रिंग रोड का प्रोजेक्ट एनएचएआई बनाएगा। इसे बनाने में 12 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। जरूरत के मुताबिक कई स्थानों पर रिंगरोड एलीवेटेड होगी। चौराहों पर फ्लाईओवर बनाए जाएंगे ताकि जाम न लगने पाए।
कानपुर अनवरगंज से फर्रुखाबाद की रेल लाइन भी शहर में जाम की बड़ी वजह है। रेल लाइन से शहर दो हिस्सों में बंट जाता है। किसी ट्रेन के गुजरने पर लोग घंटों जाम से जूझते हैं। रेलवे ने दिसंबर 2018 में एक रिपोर्ट तैयार की है। रेल लाइन शिफ्टिंग या एलीवेटेड ट्रैक पर उन्होंने खुद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से बात की थी। सभी विकल्पों पर कई दौर के मंथन के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा होगी।
यहां बताया गया कि पेयजल के लिए जेएनएनयूआरएम योजना के तहत 76 जोनल पंपिंग स्टेशन (जेडपीएस) बनाए जाने थे। इसमें से 43 जेडपीएस बन गए हैं। शेष के लिए धन की कमी है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अधूरे जेडपीएस का प्रोजेक्ट जलनिगम शासन को भेजे। अपर मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सम्मान निधि के तहत यदि लेखपालों की गलती से किसी की जरूरी जानकारी छूट गई है तो उसे भी ठीक कराया जाए।