लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मारी
अशोक नगर निवासी वीरेंद्र शुक्ला पेशे से वकील हैं और घर पर पत्नी स्नेहलता, दो बेटियां और बेटे आनंद (17) और गौरव (14) के साथ रहते हैं। गौरव सनातन धर्म एजूकेशन सेंटर में आठवीं का छात्र था। मंगलवार दोपहर वह स्कूल से घर लौटा और खाना खाकर पढ़ाई के बहाने पूजा वाले कमरे में चला गया। मां शाम के खाने की तैयारी करने लगी। बहन रिचा बगल वाले कमरे में लैपटॉप पर काम करने लगी। करीब साढ़े चार बजे अचानक दोनों ने पूजा वाले कमरे से गोली चलने की आवाज सुनी। दोनों दौड़ीं और दरवाजा खोलकर देखा तो अंदर अलमारी के किनारे गौरव का शव पड़ा था। उसका सिर क्षतविक्षत हो चुका था। मां और बहन चीखते हुए गौरव को उठाने लगीं, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
पढ़ाई में अव्वल था गौरव
गोली की आवाज सुनकर गौरव के ताऊ और अन्य लोग आ गए। सूचना पर वीरेंद्र व बड़ा बेटा आनंद भी घर आए। पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने घटना को संदिग्ध मानकर फोरेंसिक टीम बुलाई। करीब दो घंटे जांच के बाद शव को उठवाया गया। मृतक के पिता ने बताया कि वह पढ़ाई में काफी तेज था। सुबह समय पर उठता और पढ़ाई करता। शाम के वक्त कोंचिंग के बाद कुछ मित्रों के साथ खेलने के लिए जाता था। तेरह साल का गौरव मां-बाप के साथ ही ताऊ-चाचा के परिवार और मोहल्लेवालों का भी चहेता था। हंसमुख स्वभाव और चुलबुली हरकतों के चलते सभी उसे पसंद करते थे। भाइयों ने बताया कि उससे कोई भी काम कहो, तुरंत कर देता था।
कमरे से एक ब्रेसलेट व अंगूठी मिली
फोरेंसिक टीम के अनुसार छात्र ने रायफल चेहरे पर सटाकर गोली चलाई। इससे आधा चेहरा उड़ गया। मांस के चिथड़े कमरे में फैल गए। गोली छत से टकराकर फर्श पर गिरी। वह मौके पर ही मिल गई। जिस कमरे में छात्र का शव मिला, वहीं पास ही उसकी किताब भी मिली। टीम को किताब से एक ब्रेसलेट व अंगूठी मिली। पुलिस ने परिजन से उसके बारे में पूछताछ की। सीओ नजीराबाद सूर्यपाल सिंह ने बताया कि पिता की लाइसेंसी रायफल से छात्र ने गोली मारी है। रायफल कब्जे में ले ली गई है। छात्र को पांच बजे कोचिंग जाना था। आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।