आगामी विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा जिला पंचायत चुनाव के जरिए कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को मजबूत पार्टी का डेमो दिखाएगी। तो सपा भी पूरी दमखम से पेशकश करेगी। इसलिए भाजपा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री कमलरानी वरुण की पुत्री स्वप्निल को पार्टी से टिकट दिया है। स्वप्निल की जीत के लिए सांसद सत्यदेव पचौरी, देवेंद्र सिंह भोले और मिश्रिख के सांसद अशोक रावत सहित सभी विधायकों और एलएलसी ने ताकत झोंक दी है। हालांकि इसके चलते 6 निर्दलीय व निषाद पार्टी का एक सदस्य पहले ही भाजपा के खेमे में आ गए। अब बसपा के सदस्यों को लेकर खींचतान है। हालांकि
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बसपा के सभी पांच जिला पंचायत सदस्यों के भाजपा के पाले में आने का दावा किया है। जबकि अभी भी बसपा के सदस्यों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इससे सपा और भाजपा के खेमे में असमंजस की स्थिति दिख रही है। उधर सपा ने भी बसपा, निर्दलीय और निषाद पार्टी के सदस्य को अपने पाले में लाने में ताकत झोंकी है। सपा ने जहां भाजपा के सदस्यों से भी संपर्क साधा है तो भाजपा ने भी सपा के कुछ सदस्यों को मनाया है। शनिवार को इसकी हकीकत सभी के सामने आ जाएगी। हालांकि दोनों दल देर रात तक सदस्यों को अपने पाले में लाने की कवायद करते रहे।
सपा ग्रामीण इकाई अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि पार्टी उम्मीदवार राजू दिवाकर की जीत सुनिश्चित है। सपा के पक्ष में दूसरे दलों के जिला पंचायत सदस्य हैं। पार्टी के सदस्यों की एकजुटता और दूसरे सदस्यों के समर्थन के दम पर एक बार फिर हम अध्यक्ष बनाएंगे।
किसके पास कितने सदस्य सपा- 11
भाजपा- 09
बसपा- 05
निर्दलीय- 06
निषाद पार्टी- 01