ये भी पढ़ें- Weather Alert: यहां बारिश से आई बाढ़, अगले दो दिनों में इन 15 जिलों में जमकर बरसेंगे बादल 97 के हुए थे टेस्ट- तीन दिन पहले ही गुरुवार को राजकीय बाल संरक्षण गृह में रहने वालों में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उनकी जांच के लिए सैंपल लिए गए थे। कुल 97 लोगों की जांच की गई। जिनमें से 57 में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें 56 बाल संरक्षण गृह की लड़कियां हैं। सभी को हैलेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें दो 17 साल की किशोरियों के गर्भवती पाए जाने के बाद एक को एचआईवी व दूसरे को हेपेटाइटिस सी होने की पुष्टि के मद्देनजर दोनों को जज्चा-बच्चा हॉस्पिटल भेजा गया है। किशोरियों के गर्भवती होने के संबंध में अफसरों को कोई जानकारी नहीं है।
ये भी पढ़ें- अखिलेश का केंद्र सरकार से सवाल, जब चीन सीमा में घुसा नहीं, तो हमारे सैनिक शहीद कैसे हुए दोनों की हिस्ट्री का नहीं चल पा रहा पता- डाक्टरों व अफसरों को संवासिनियों का और ब्योरा नहीं मिल पा रहा है। जिला प्रोबेशन अधिकारी अजीत कुमार ने मामले पर सिर्फ यही कहा कि 57 में कोरोना की पुष्टि होने के बाद संवासिनी और राजकीय बालिका गृह को पूरी तर सील कर दिया गया है व बालिका गृह के स्टॉफ को क्वारंटाइन करा दिया गया है। डॉक्टर दोनों बालिकाओं की हिस्ट्री पता लगाने में असफल हुए हैं। अधिकारियों को भी दोनों के बालिका गृह आने की तिथि व गर्भवती होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।