कानपुर

सीएसजेएमयू ने 22 परीक्षा केंद्र नकल के लिए दोषी ठहराए, निरस्त होगी परीक्षाएं

अगले तीन वर्षों तक ये कॉलेज नहीं बन सकेंगे परीक्षा केंद्र विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति ने लिया कड़ा फैसला

कानपुरJul 23, 2019 / 10:02 am

आलोक पाण्डेय

सीएसजेएमयू ने 22 परीक्षा केंद्र नकल के लिए दोषी ठहराए, निरस्त होगी परीक्षाएं

कानपुर। नकल की आड़ में अपनी दुकान चलाने वाले शिक्षा माफिया को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ने तगड़ा झटका दिया है। सीएसजेएमयू ने विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा के दौरान 22 परीक्षा केंद्रों को नकल के लिए दोषी ठहराया है। इन केंद्रों पर करीब 50 कॉलेजों की परीक्षाएं हुई थी। अब इन सभी परीक्षा केंद्रों को अगले तीन वर्षों के लिए डिबार कर दिया गया है। यह फैसला परीक्षा समिति में हुआ। साथ ही, जिन विषयों में नकल की पुष्टि हुई है, वे सभी परीक्षाएं निरस्त कर दी जाएंगी।
४४ में २२ को नकल के आरोप से मुक्त किया गया
सीएसजेएमयू के सेंटर फॉर एकेडमिक्स में सोमवार को परीक्षा समिति की बैठक हुई। विवि की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की अध्यक्षता में परीक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दे रखे गए। पिछली बैठकों में लिए गए निर्णयों पर अंतिम मुहर लग गई। जबकि 44 कॉलेजों पर लगे नकल के आरोप में मंथन किया गया। यूएफएम कमेटी की रिपोर्ट में 22 कॉलेजों को नकल के दोष से मुक्त कर दिया गया। जबकि 22 कॉलेजों पर नकल का आरोप सिद्ध हो गया है।
सबसे ज्यादा दागी कॉलेज उन्नाव और कन्नौज के
विवि ने जिन कॉलेजों को नकल के मामले में दागी ठहराया है उनमें उन्नाव के सात कॉलेज, कन्नौज के पांच कॉलेज, कानपुर देहात के तीन कॉलेज, इटावा के तीन कॉलेज, हरदोई, औरैया व कानपुर नगर का एक-एक कॉलेज शामिल है। विवि के रजिस्ट्रार ने डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इन कॉलेजों में जिन विषयों में नकल की पुष्टि हुई है, उन्हें निरस्त कर दोबारा कराया जाएगा। ये परीक्षा सरकारी व अनुदानित महाविद्यालयों में संपन्न होगी। जल्द इसकी तिथि घोषित की जाएगी। ।
फटी कॉपियों के मामले में होगी जांच
बैठक में बीए-एलएलबी में कॉपी फाडऩे का मुद्दा भी गंभीरता से रखा गया। गया प्रसाद महाविद्यालय, शिवराजपुर के छात्रों का केंद्र गोविंद प्रसाद रानी देवी पटेल महाविद्यालय, अरौल में पड़ा था। परीक्षा के बाद कॉपियां विवि पहुंची। कोडिंग के दौरान कॉलेज की चार कॉपियों के पेज फटे हुए मिले थे। इससे मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा था। बैठक में इस मामले में कमेटी बनाकर जांच का निर्देश दिया गया है।
इन कॉलेजों से जुड़े छात्रों का भविष्य दांव पर
नकल के लिए दोषी मिले महाविद्यालयों में उन्नाव के महेश सिंह जेएसएस महाविद्यालय, वकतुखेरा, काका भुखन सिंह गया बक्स सिंह कॉलेज, श्री ठाकुर जी महाराज महाविद्यालय, सफीपुर, चौधरी खजान सिंह महाविद्यालय, जूराखान, चौधरी महादेव प्रसाद महाविद्यालय, पालेपुर, सतगुरु डिग्री कॉलेज, धानीखेरा, एमजी कॉलेज ऑफ साइंस आर्ट्स एंड कल्चर, कन्नौज के गौतम बुद्ध बालिका महाविद्यालय, चौधरी मोहर सिंह महाविद्यालय, बरियामऊ, चौ. जमादार सिंह महिला डिग्री कॉलेज, आशा देवी बालिका महाविद्यालय, सौरिख और चौ. जेएसएसएस महाविद्यालय, कलसेन शामिल हैं। इसके अलावा पं. केदारनाथ महिला महाविद्यालय, बकेवर-इटावा, एसएस महाविद्यालय, रूदा मऊ-हरदोई, श्री कैलाश नाथ कटियार कॉलेज, सिकंदरा, कानपुर देहात, छत्रपति शिवाजी महाविद्यालय, सिकंदरा, कानपुर देहात, पं. त्रियुगी नारायण महाविद्यालय, मंगलपुर, कानपुर देहात, प्यारे लाल महाविद्यालय, अरौल कानपुर नगर, श्री सोबरन सिंह महाविद्यालय, बकेवर, इटावा, श्री हरिश्चंद्र तिवारी महाविद्यालय, आनेपुर, महेवा, इटावा, काशी ब्राइट एंजल डिग्री कॉलेज, रायबरेली और चौ. हरिराम महिला महाविद्यालय, भाग्यनगर, औरैया को भी तीन साल के लिए डिबार किया गया है।
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