भाजपा महिला मोर्चा की जिस प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य से ठगी हुई है वह मूलरूप से मेरठ के शास्त्री नगर की रहने वाली हैं। पीड़िता के अनुसार उनकी एफआईआर तक पुलिस दर्ज नहीं कर रही। यह बातें उन्हाेंने कानपुर में एक प्रेस कांफ्रेस करके कही। बताया कि संचेडी के इटारा में रहने वाले युवक ने अपना नाम आशीष पारस बताया जबकि उसका असली नाम कुछ और है। उसने खुद को आरएसएस का राष्ट्रीय स्तर का पदाधिकारी और प्रचारक भी बताया।
ऐसे ठग लिए 25 लाख पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उन्हे आयोग में चेयरमैन का पद दिलाने का झांसा दिया। इसके एवज में 25 लाख रुपये ले लिए। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब पद नहीं मिला तो युवक के बारे में जानकारी की। बाद में पता चला कि आरोपी बड़ा जालसाज है। पूर्व ममें भी कई भाजपा नेताओं के साथ ठगी कर चुका है। सभी को अपना नाम अलग-अलग बताता है।
पैसे मांगे ताे तान दिया तमंचा पीड़त महिला ने बताया कि उन्हाेंने किसी तरह आरोपी के घर का पता कर लिया और उसके घर पहुंच गए। आरोप है कि घर पर गुर्गों ने पीड़िता और उनके पति पर तमंचा तान दिया। इतना ही नहीं शिकायत करने पर पुलिस ने आरोपी काे तमंचे का साथ ही दबोच लिया। आराेप है कि इसके अगले ही दिन पुलिस ने आरोपी काे छोड़ दिया। पीड़िता के अनुसार उन्हाेंने अब इस पूरे मामे की शिकायत डीजीपी और मुख्यमंत्री से की है लेकिन अभी तक उनकी एफआईआर दर्ज नहीं हाे पाई है।