शहर में बनने वाला गंगा लिंक एक्सप्रेस-वे का रूट पूरी तरह एलीवेटेड होगा। इससे अतिरिक्त जमीन लेने की जरूरत नहीं होगी। यह परियोजना मुंबई के वर्ली सी लिंक की तर्ज पर होगी। यातायात को सुगम बनाने की दिशा में यह एक्सप्रेस-वे बेहद अहम होगा। अगर सब कुछ पटरी पर रहा तो इसकी डिजाइन जल्द ही तैयार हो जाएगी।
एक्सप्रेस-वे मेट्रो रूट से अलग रहेगा। यह पूरी तरह एलीवेटेड और लगभग 4 मीटर के पिलर पर होगा। यह फोरलेन का होगा। प्रारंभिक तौर पर आईआईईटी ने भी इस प्रोजेक्ट को सही मानते हुए शासन स्तर पर निर्णय लेने की सलाह दी थी। अब यूपीसीडा (यूपीएसआईडीसी) को इस प्रोजेक्ट की डिजाइन तैयार कराने के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति करनी होगी। संबंधित फर्म की ही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी होगी। इसका प्रस्ताव कानपुर समग्र विकास योजना की उच्चस्तरीय विकास समिति ने तैयार किया था।
गंगा लिंक एक्सप्रेस-वे कल्याणपुर के इंद्रानगर से सिंहपुर होते हुए गंगा बैराज बंधा रोड से कनेक्ट होगा। बैराज का पुल पार करते हुए शुक्लागंज पुल से पहले तक जाएगा और वहां से मुड़कर गंगा को पार करते हुए सिंचाई विभाग के कार्यालय से जुहारी देवी महाविद्यालय, एक्सप्रेस रोड, घंटाघर, डिप्टी का पड़ाव, जरीब चौकी और कालपी रोड होता हुए विजय नगर पहुंचेगा। वहां से नमक फैक्ट्री चौराहा होते हुए केडीएमए और दलहन संस्थान होकर कानपुर विश्वविद्यालय के पास जीटी रोड पर निकलेगा।
कई रूटों पर जाम की बाधा नहीं होगी
मॉल रोड की तरफ के वाहनों को विजय नगर होते हुए भौंती जाना आसान होगा तो विश्वविद्यालय से बिना किसी बाधा के लोग बैराज पहुंच जाएंगे। वहीं लखनऊ की तरफ से आने वाले लोग आसानी से जरीब चौकी और घंटाघर तक पहुंच सकेंगे। इसकी कनेक्टिविटी प्रस्तावित इनर रिंग रोड से भी होगी।