प्रबंधन पर उत्पीडऩ के आरोप
छात्र की मां ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा कि बेटा प्रबंधन द्वारा मानसिक दबाव में था। उन्होंने प्रबंधन से व्यवहार में नरमी लाने की गुजारिश की थी। प्रताडऩा से बच्चे की मौत हुई है।
परिजनों का आरोप है कि उन्हें देर से सूचना दी गई। बच्चे को अस्पताल नहीं पहुंचाकर घरवालों का इंतजार किया गया। अगर समय से अस्पताल पहुंचाया जाता तो जान बच सकती थी। स्कूल प्रबंधन ने वाहन तक नहीं उपलब्ध कराया।
छात्र की मां ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा कि बेटा प्रबंधन द्वारा मानसिक दबाव में था। उन्होंने प्रबंधन से व्यवहार में नरमी लाने की गुजारिश की थी। प्रताडऩा से बच्चे की मौत हुई है।
परिजनों का आरोप है कि उन्हें देर से सूचना दी गई। बच्चे को अस्पताल नहीं पहुंचाकर घरवालों का इंतजार किया गया। अगर समय से अस्पताल पहुंचाया जाता तो जान बच सकती थी। स्कूल प्रबंधन ने वाहन तक नहीं उपलब्ध कराया।
पहले से ही थी बीमारी
स्कूल के मैनेजर इमैनुअल सिंह का कहना है कि अंशुमित की तबीयत खराब होने पर फौरन स्कूल से घर सूचना दी गई। 500 मीटर दूरी पर बच्चे का घर था। घरवाले पांच मिनट में आ गए। कोई देरी नहीं हुई। परिजन पड़ोस के एक अस्पताल ले गए थे। बच्चा पहले से बीमार था बच्चा फेफड़े और गुर्दे की बीमारी से पीडि़त था।
स्कूल के मैनेजर इमैनुअल सिंह का कहना है कि अंशुमित की तबीयत खराब होने पर फौरन स्कूल से घर सूचना दी गई। 500 मीटर दूरी पर बच्चे का घर था। घरवाले पांच मिनट में आ गए। कोई देरी नहीं हुई। परिजन पड़ोस के एक अस्पताल ले गए थे। बच्चा पहले से बीमार था बच्चा फेफड़े और गुर्दे की बीमारी से पीडि़त था।