सच है कि बचपन में बच्चों के लिए गुल्लक अनमोल होती है। जिसमें वे धीरे धीरे अपनी पॉकेट मनी जमा करते हैं। इसमें वह अपनी जेब खर्च के अलावा घर के बड़ों से पैसे मांगकर जमा करते हैं। लेकिन ताज्जुब वाली बात यह है कि जब देश पर संकट आया तो कोरोना के खिलाफ जंग में नौनिहालों ने अपनी बचत को न्योछावर कर दिया। यह बात जिले झींझक के विकास नगर निवासी कक्षा 1 में पढ़ने वाली अग्रिमा, ओसो व उसका छोटा भाई अग्रिम की है, जिन्होंने अपने गुल्लक को फोड़कर उसमें एकत्रित किए 3550 रुपये की धनराशि पुलिस कर्मियों को सौंप दी। पैसे देने के बाद मासूम अग्रिमा ने कहा पुलिस अंकल इससे कोरोना को खत्म कर दीजिए। बच्चों की यह बात सुनकर चौकी इंचार्ज झींझक अनिल कुमार कुछ समय के चुप रह गए। जिसके बाद उन्होंने मासूम के सिर पर हांथ फेरते हुए कहा कि बेटा हम कोरोना को जरूर भगाएंगे और आप सबको सुरक्षित रखेंगे। पूरा देश स्वस्थ रहेगा।