खेलते-खेतले गड्डे में गिरा मासूम
बाबूपुरवा के रहने वाले जाहिद टेलरिंग का काम करते हैं। उनका बेटा मोहम्मद लारेब (8) अपने दोस्तों के साथ रेलवे कालोनी के लोको के पास खेल रहा था। रेलवे द्धारा खुदवाए गए गड्ढे में लारेब गिर गया। बच्चों ने शोर मचाया तो स्थानीय लोग मौके पर आए और उसके परिजनों को सूचना दी। परिजन और पड़ोसियों ने लारेब को निकालने के लिए प्रयास शुरू किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस के आने के बाद जेसीवी के जरिए बच्चे को बाहर निकालने का कार्य शुरू हुआ। करीब एक घंटे के बाद बच्चे का शव बाहर लाया जा सका।
एक माह पहले खुदवाया था गड्ढा
रेलवे ने किसी कार्य के लिए एक माह पहले नौ फिट गहरा गड्ढा खुदवाया था। बारिश के अलावा रेलवे के कॉलोनियों का पानी इसी में भरता है। स्थानीय निवासी अंसार ने रेलवे के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि नौ फ़ीट से ज्यादा गहरा गड्ढा खोदा गया लेकिन सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया। रेलवे विभाग की लापरवाही से मासूम की जान चली गयी। अंसार के मुताबिक बच्चे की मौत के बाद रेलवे का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इससे पहले भी एक बच्चा गड्ढे में गिर गया था, जिसे समय रहते बाहर निकाल लिया गया था।
दर्ज कराएं मुकदमा
मृतक के पिता मोहम्मद जाहिद ने कहा कि मेरा बेटा और मै नमाज पढ़कर वापस आये थे। खाना खाकर मैं काम पर निकल गया। कुछ देर बाद खबर आयी कि लारेब की गड्ढे में डूबकर मौत हो गयी है। मृतक लारेब के पिता ने रेलवे विभाग पर आरोप लगाया कि गड्ढा खोदने से पहले उसके आसपास बैरिकेटिंग लगवानी चाहिये थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मोहम्मद जाहिद ने देश के रेलमंत्री पियूष गोयल Railway Minister Piyush Goyal और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ Cm Yogi Adityanath से मांग की है कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजें, जिससे कि उनके अंदर भी कानून का खौफ रहे।