कौन हैं अनंत देव तिवारी
मूलरूप से फतेहपुर जिले के अमौली ब्लाॅक के गांव गढ़ के रहने रहने वाले अनन्त देव तिवारी 1987 बैच में पीपीएस में भर्ती हुए एसएसपी अनंत देव 2006 में आइपीएस बने। उन्होंने 1997 में शहर में स्वरूपनगर, सदर, कलेक्टरगंज में सीओ पद तैनात रहने के दौरान कई बड़ी घटनाओं के खुलासे किए। एसटीएफ में लंबा समय बिताने वाले श्री तिवारी ने अपनी सर्विस के दौरान 150 एंकाउंटर को लीड किया, जिसमें 38 में खुद गोली मारी। इसमें डकैत ददुआ व ठोकिया समेत कई इनामी अपराधी व दो आतंकी भी शामिल हैं। पुलिस सर्विस में आने से पहले मध्यप्रदेश के बेतूर में बतौर एसडीएम भी काम किया है।
डी-36 के सरगना को लगी गोली
पिछले 300 दिन से कानपुर पुलिस बदमाशों पर कहर बरकर टूटी है। इस दौरान करीब 93 से ज्यादा अपराधी पुलिस की गोली लगने से घायल हुए, जिन्हें इलाज के बाद जेल भेजा गया। देररात सीसामऊ थानाक्षेत्र के जरीब चैकी के पास पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बाइक सवार दो युवक दिखे, जो पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा किया तो पीछे बैठक बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से 25 हजार का इनामी बदमाश राजेश बाथम घायल हो गया। बाथम डी-36 गैंग का सरगना है और इस पर दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।
शूटर अजमेरी घायल
बजरिया थानाक्षेत्र स्थित पुलिस गश्त कर रही थी, तभी बाइक सवार तीन युवक दिखे। पुलिस ने उन्हें हाथ देकर रोकने का प्रयास किया तो वह भाग खड़े हुए। जेके मंदिर के पास अपने को घिरता देख बदमाश बाइक को छोड़ एक घर के अंदर छिप गए। पुलिस ने तीनों को सरेंडर करने को कहा, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। बजरिया इंस्पेक्टर ने आॅपरेशन को लीड करते हुए घर के अंदर दाखिल हुए और जवाबी कार्रवाई कर दी। पुलिस की गोली शूटर अजमेरी के पैर में लग गई, जबकि दो अन्य अंधेरे का फाएदा उठाते हुए फरार हो गए। अजमेरी पर दो दर्जने मुकदमे दर्ज हैं। एसएसपी ने इस पर भी 25 हजार का इनाम रखा हुआ है।
प्रतापगढ़ का डाॅन भी घायल
प्रतापगढ़ का रहने वाले दिनेश कुमार पटेल सुपारी लेकर मर्डर, लूट, चोरी और अपहरण जैसी खतरनाक वारदातों को अंजाम देता था। वह अपने आधा दर्जन साथियों के साथ कार में सवार होकर हाईवे में लोगों के साथ लूटपाथ करता था। एक जिले में एक माह रहने के बाद आरोपी दूसरी जिले की तरफ कदम बढ़ा देते थे। मंगलवार को एसएसपी अनंत देव तिवारी को इस गैंग के शहर में होने की जानकारी मिली। चेकेरी पुलिस ने अहिरवा के पास गैंग को घेर लिया। पुलिस ने सभी को सरेंडर करने को कहा, लेकिन दिनेश ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से दिनेश घायल हो गया, जबकि गैंग के अन्य 6 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
प्रताजबाबू भी लंगड़ा होकर गया जेल
बिल्हौर पुलिस ने 25 हजार के इनामी शार्प शूटर ताजबाबू को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। आरोपी पर हत्या, हत्या का प्रयास, लुट, डकैती सहित डेढ़ दर्जन से ज्यादा मुकदमें कानपुर के अलावा दूसरे जनपदों में दर्ज हैं। ताज पहले छोटी-मोटी चोरी किया करता था। पुलिस ने एक मामले में आरोपी को जेल भेजा। यहां उसकी मुलाकात डी 117 गैंग के सदस्यों से हुई। जेल से बाहर आने के बाद ताज अपराध की दुनिया का बेताब बादशाह बन गया। पैसे लेकर हत्या करना, जबरन जमीनों पर कब्जा सहित कानून की किताब में जितने गुनाह होते हैं, उसने इसके अंजाम दिए। शूटर के पकड़े जाने पर पुलिस ने राहत की सांस ली है।
शकील भी हुआ लंगड़ा
किदवई नगर पुलिस को सूचना मिली कि शनिदेव मंदिर के पास से बाबूपुरवा से नौबस्ता की तरफ मोटर साइकिल पर दो अपराधी जा रहे हैं। पुलिस ने पीछा किया तो पीछे बैठा व्यक्ति मोटर साइकिल से फायरिंग करने के प्रयास में संतुलन बिगड़ने से गिर गया और आगे वाला मोटर साइकिल लेकर भाग निकला। इस दौरान मोटर साइकिल गिरा युवक आबादी की तरफ भागने लगा और पुलिस पर फायर करने लगा। जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में गोली लगी और घायल होकर गिर गया। पकड़ा गया बदमाश अनवरगंज के कुली बाजार निवासी मोहम्मद शकील पुत्र अब्बास अहमद निकला।