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नई-नवेली दुल्हन के साथ बैंक की सीढिय़ों पर बनाए शारीरिक संबंध, फिर गला घोंट दिया

locationकानपुरPublished: Mar 12, 2018 01:47:26 pm

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की दुल्हन पूनम का हत्यारा उसका पुराना प्रेमी ही निकला

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कानपुर . इश्क में फरेब को बर्दाश्त करना मुश्किल था। जिंदगी साथ गुजारने के लिए सात फेरों का वादा किया था, लेकिन उसने किसी गैर का हाथ थाम लिया तो खतरनाक इरादा बना लिया। पुराने रिश्तों की दुहाई देकर प्रेमिका को मोहब्बत के पुराने अड्डे पर बुलाया। इसके बाद बैंक की सीढिय़ों पर बेखौफ होकर शारीरिक संबंध बनाए। इसी दरम्यान प्रेमिका को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने की कहानी भी दिलचस्प है। एक स्थान से दूसरे स्थान, फिर तीसरे स्थान और अंत में प्रेमी की प्रेमिका लाश के साथ मोटरसाइकिल पर सवारी। कोई मददगार भी नहीं था, ऐसे में मोटरसाइकिल पर लाश का शक नहीं होने पाए, इसलिए कातिल ने फिल्मी अंदाज का सहारा लिया। आइए, पढ़ते हैं कानपुर में 7 मार्च को हुए एक मर्डर की मिस्ट्री को।

दुल्हन का नाम था पूनम, पहले मर्डर की कहानी समझिए

कानपुर के बिठूर की 22 वर्षीय पूनम मौर्य का 17 फरवरी को शहर के बृजेंद्र स्वरूप पार्क में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में ब्याह हुआ था। पूनम ने उन्नाव के परागीखेड़ा गांव के अंकुश मौर्य को अपना जीवनसाथी कबूल किया था। शादी के बाद ससुराल गई पूनम होली के मौके पर मायके आई थी। इसी दरम्यान 7 मार्च को गले में कुछ तकलीफ का हवाला देकर दवा लेने निकली पूनम वापस नहीं लौटी। अंधेरा होने लगा तो पूनम की खोज-खबर शुरू हुई। गुरुवार यानी 8 मार्च की सुबह सिंहपुर इलाके में एक लडक़ी की लाश मिली। शिनाख्त हुई पूनम के रूप में। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म तथा गला घोंटकर मारने की पुष्टि हुई तो ऐसा लगा कि घर लौटते समय सुनसान इलाके में किसी ने जबरदस्ती करने के बाद पूनम को मार डाला। अब हत्यारे की तलाश में पुलिस जुट गई थी।

पति मिलने के बाद भी पूनम ने प्रेमी से रिश्ता नहीं तोड़ा

हत्यारे तक पहुंचने के लिए पुलिस ने पूनम के मोबाइल फोन को जरिया बनाया। मोबाइल में जो सिम था, वह किसी नीरज मौर्य के नाम आवंटित था। पड़ताल में मालूम हुआ कि पूनम इसी सिम से किसी एक नंबर पर ज्यादा बात करती थी। वह नंबर भी नीरज मौर्य के नाम आवंटित था। अब पुलिस का माथा घूमने लगा था। नीरज कौन है? इसका जवाब दिया पूनम के परिजनों ने। बताया कि पूनम का पुराना दोस्त है, जोकि शादी करना चाहता था। अब पुलिस की पड़ताल को एक दिशा मिल चुकी थी। नीरज को उठाया गया, थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया। बस फिर क्या था- हत्या की कहानी सामने थी। नीरज ने बताया कि दोनों मोहब्बत करते थे। शादी करना चाहते थे, लेकिन परिजनों को रिश्ता कबूल नहीं था। ऐसे में पूनम ने दबाव में आकर उन्नाव के अंकुश से ब्याह रचा लिया, लेकिन नीरज से बात करती रही। नीरज ने बताया कि पूनम और अंकुश के संबंधों की कल्पना उसे परेशान करती थी, ऐसे में उसने इस किस्से को खत्म करने का इरादा बना लिया।

बैंक की सीढिय़ों पर इश्क किया, फिर कहानी का खात्मा

नीरज ने पुलिस को बताया कि वह और पूनम अक्सर ही बैंक की सीढिय़ों पर मिलते थे। चूंकि बैंक की सीढिय़ों की तरह ग्राहक कम आते थे, ऐसे में खतरा कम रहता था। बीती 7 मार्च को नीरज ने पूनम को मिलने के लिए शाम 4.30 बजे बुलाया। इसके बाद पुराने अड्डे पर शारीरिक संबंध बनाए। रिश्तों की गर्मजोशी में पूनम मदहोश हुई तो मौके का फायदा उठाकर नीरज ने उसी के दुपट्टे से गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अपनी प्रेमिका की लाश से गहने उतारे और लाश को बगल के खाली प्लॉट में धकेल दिया।
फिल्मी अंदाज में प्रेमिका की लाश को ठिकाने लगाया

पूनम की लाश को खाली प्लॉट में धकेलने के बाद उसे ठिकाने लगाने के लिए नीरज ने जुगत लगाई। इस कत्ल में वह किसी को साझीदार नहीं बनाना चाहता था। इसलिए बैंक बंद होने के बाद रात नौ बजे फिर प्रेमिका की लाश के बाद पहुंचा। दुपट्टे के सहारे लाश को अपनी पीठ पर बांधकर बाइक पर ऐसे बैठ गया जैसे दो प्रेमी जोड़े अक्सर ही बाइक पर घूमते नजर आते हैं। कुछ देर लाश के साथ बाइकिंग करने के बाद नीरज सिंहपुर स्थित गंगा बैराज वाली सडक़ पर पहुंचा, जहां पूनम की लाश को छोडक़र भाग निकला। नीरज ने पूछताछ में बताया कि बैकुंठपुर निवासी शिवशंकर मौर्य की बेटी पूनम पहले सिंहपुर स्थित आस्था नर्सिग होम में काम करती थी। ठीक सामने एसबीआई की सिंहपुर शाखा में जनरेटर मेंटीनेंस और केयरटेकर के तौर पर नयापुरवा ङ्क्षहगूपुर निवासी नीरज काम करता था। पूनम का खाता स्टेट बैंक में था। इसी कारण बैंक आते-जाते दोनों में मुलाकातें बढ़ती गईं, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गईं। नीरज ने बताया कि बीते दो साल से वह और पूनम अक्सर बैंक परिसर की सीढिय़ों पर ही मिला करते थे।

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